भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस ब्रह्मपुत्र में उस समय आग लग गई, जब इसका मुंबई में नौसेना के डॉकयार्ड में रखरखाव चल रहा था। नौसेना ने कहा कि एक जूनियर नाविक लापता है और बचाव दल उसकी तलाश कर रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, मल्टी-रोल फ्रिगेट नेवल डॉकयार्ड में मरम्मत का काम चल रहा था, जब उसमें आग लग गई।
नौसेना डॉकयार्ड और बंदरगाह में अन्य जहाजों के अग्निशमन कर्मियों की सहायता से जहाज के चालक दल द्वारा आग पर काबू पा लिया गया। किसी भी अवशिष्ट अग्नि जोखिम का आकलन करने के लिए स्वच्छता जांच सहित अनुवर्ती कार्रवाई तुरंत की गई। आग लगने के बाद किसी भी जोखिम के आकलन के लिए सैनिटाइजेशन जांच समेत कार्रवाई की गई।
आईएनएस ब्रह्मपुत्र का डिस्पेस्मेंट 5,300 टन, लंबाई 125 मीटर, बीम 14.4 मीटर है और ये 27 समुद्री मील से अधिक की गति में चलने में सक्षम है।
नौसेना ने एक बयान में कहा, “जहाज के चालक दल ने नौसेना डॉकयार्ड, मुंबई और बंदरगाह के अन्य जहाजों के अग्निशामकों की सहायता से [सोमवार] सुबह तक आग पर काबू पा लिया था। इसके अलावा, आग लगने के बाद जोखिम के आकलन के लिए सैनिटाइजेशन जांच सहित अनुवर्ती कार्रवाई की जाएगी।”
भारतीय नौसेना ने कहा कि आग लगने की घटना के बाद सोमवार दोपहर में जहाज को एक तरफ झुका हुआ देखा गया। तमाम कोशिशों के बावजूद जहाज को सीधी स्थिति में नहीं लाया जा सका। हालांकि जहाज अपनी बर्थ के साथ-साथ धीरे-धीरे आगे बढ़ा और फिलहाल एक तरफ खड़ा है।
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वहीं नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस ब्रह्मपुत्र में आग लगने की घटना और इस घटना से हुए नुकसान से अवगत कराया है। जिस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नौसेना प्रमुख को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है और लापता नाविक की सुरक्षा के लिए रक्षा मंत्री ने प्रार्थना भी की है।
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हादसे की जांच के लिए भारतीय नौसेना ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
आईएनएस ब्रह्मपुत्र स्वदेशी रूप से निर्मित ‘ब्रह्मपुत्र’ श्रेणी की पहली गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट है। इसे अप्रैल 2000 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। जहाज पर 40 अधिकारियों और 330 नाविकों का दल है।
जहाज में मध्यम दूरी, करीबी दूरी और विमान भेदी बंदूकें, सतह से सतह और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें और टारपीडो लांचर लगे हैं। जहाज में समुद्री युद्ध के सभी पहलुओं को कवर करने वाले सेंसर की एक विस्तृत श्रृंखला है और यह सीकिंग और चेतक हेलीकॉप्टरों को संचालित करने में सक्षम है।