लोकसभा चुनाव में कम संख्या को लेकर भाजपा नीत राजग पर कटाक्ष करते हुए समाजवादी पार्टी के सांसद और प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि यह विपक्षी दल इंडिया गुट की नैतिक जीत है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस में भाग लेते हुए, कन्नौज के सांसद ने कहा कि जनता ने सरकार का घमंड तोड़ दिया है क्योंकि इंडिया ब्लॉक ने भविष्यवाणियों को झुठलाते हुए एनडीए को कड़ी टक्कर दी है।
यादव ने लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में बोलते हुए सभी सांसदों और स्पीकर को बधाई दी और तंज करते हुए कहा, “आवाम ने तोड़ दिया हुकूमत का गुरुर… दरबार तो लगा है… गमगीन, बेनूर है पर… ऐसा लगता है कि पहली बार कोई हारी हुई सरकार है। सभी समझदार और बुद्धिमान मतदाताओं को धन्यवाद देता हूं। ऐसा लग रहा है कि हारी हुई सरकार विराजमान है। जनता कह रही है ये चलने वाली नहीं, गिरने वाली सरकार है।”
लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को 293 सीटें मिलीं, वहीं इंडिया ब्लॉक को 232 सीटें मिलीं।
नीट पेपर लीक विवाद पर-
नीट-यूजी परीक्षा विवाद को लेकर केंद्र पर तीखा हमला करते हुए, अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सरकार युवाओं को नौकरी से वंचित करने के लिए इस तरह के पेपर लीक करा रही है।
यादव ने कहा, “पेपर लीक क्यों हो रहे हैं? सच्चाई तो यह है कि यह सरकार इसलिए कर रही है ताकि उसे युवाओं को नौकरी न देनी पड़े।”
अखिलेश ने आगे कहा, “युवाओं को नौकरी नहीं दी गई, बल्कि सरकार ने नौकरियां छीन लीं। आरक्षण देने के नाम पर सरकारी नौकरियां नहीं दी जा रही हैं।”
स्नातक चिकित्सा कार्यक्रमों के लिए NEET-UG 2024 परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक के आरोपों को लेकर विवाद पैदा हो गया है, जिसके कारण व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ है। कुछ दिनों बाद, यूजीसी-नेट परीक्षा भी रद्द कर दी गई। सरकार ने कहा कि पेपर डार्क वेब पर लीक हो गया था।
ईवीएम, अग्निपथ योजना पर-
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के हैक होने की संभावना पर बहस के बीच, अखिलेश यादव ने कहा कि उन्होंने कभी भी ईवीएम पर भरोसा नहीं किया। उन्होंने कहा, “भले ही मैं 80 सीटें जीत जाऊं, लेकिन मैं ईवीएम पर भरोसा नहीं करूंगा। मैंने कभी भी ईवीएम पर भरोसा नहीं किया है और न ही कभी करूंगा।”
समाजवादी पार्टी के सांसद ने इंडिया ब्लॉक के वादे को दोहराया कि अगर वह सत्ता में आए तो सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना को समाप्त कर देंगे। दरअसल, एनडीए के सहयोगी नीतीश कुमार की जेडीयू ने भी इस योजना की समीक्षा की मांग की है।
अखिलेश ने कहा कि मैं खुद सैनिक स्कूल से पढ़ा हूं। अग्निवीर योजना के सहारे सीमा सुरक्षा नहीं की जा सकती. इंडिया ब्लॉक जब भी सत्ता में आएगा, अग्निवीर योजना को समाप्त करने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने नौजवानों को नौकरी नहीं दी है, बहुत नौकरी उनसे छीने हैं। इसलिए मैं कहूंगा कि आपके राज में न नौकरी की उम्मीद है न रोजगार। क्योंकि आपने छोटे कारोबारी को इतना छोटा बना दिया है कि वह न तो रोजगार दे सकते हैं न अपना रोजगार चला सकते हैं। कुछ नौकरियां आती भी हैं तो इंटीग्रिटी के नाम पर संगी-साथियों को रख लिया जाता है। आरक्षण के साथ जितना खिलवाड़ इस सरकार ने किया है, उतना किसी सरकार ने नहीं किया होगा। नौकरी जानबूझकर नहीं दी जा रही है कि आरक्षण देना पड़ेगा। आशा है ये सरकार तब तक चलेगी, तब तक उसके केंद्र में गरीब, महिला, किसान नौजवान के लिए कागजी नहीं, सच में इंतजाम होगा। हमें उम्मीद है कि अगली बार राष्ट्रपति का अभिभाषण हो, सरकारी भाषण न हो। सच्चाई के साथ सरकार अपनी बातें रखें।
दरअसल इस योजना के तहत सेना, नौसेना और वायु सेना में चार साल के अल्पकालिक अनुबंध पर कर्मियों की भर्ती की जाती है।
अखिलेश यादव ने जातिगत जनगणना की भी बात की। उन्होंनें कहा, “हम जाति जनगणना के पक्ष में हैं।”
उन्होंने एमएसपी को लेकर कहा कि जो मंडी नहीं बना पाए, वो एमएसपी की लीगल गारंटी क्या देंगे।
अखिलेश यादव ने ओल्ड पेंशन स्कीम का जिक्र राष्ट्रपति के अभिभाषण में नहीं होने का जिक्र किया और कहा कि बुनकरों के लिए पुरानी सरकारों की योजनाएं बंद कर दी गई है।
अयोध्या की जीत का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि हम तो बचपन से यही सुनते आए हैं- होइहीं सोई जो राम रची राखा। ये है उसका फैसला जिसकी लाठी में नहीं होती आवाज, जो करते थे उसको लाने का दावा, वो खुद किसी के सहारे के हैं लाचार। उन्होंने ‘हम अयोध्या से लाए हैं उनके प्रेम का पैगाम’ कविता भी सुनाई।
अखिलेश ने लोकसभा में सरकार पर शायराना हमला करते हुए कहा- हजूर-ए-आला आज तक खामोश बैठे हैं इसी गम में, महफिल लूट ले गया कोई जबकि सजाई हमने। उन्होंने कहा कि जब आदर्श आचार संहिता लागू हुआ, हमने देखा कि चुनाव आयोग कुछ लोगों पर मेहरबान रहा। वह संस्था निष्पक्ष होगी तो भारत का लोकतंत्र मजबूत होगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि बनारस के लोग क्योटो की फोटो लेकर उसे गंगाजी तक खोज रहे हैं। शायद गंगाजी जिस दिन साफ हो जाएंगी, उस दिन गंगाजी की गोद से क्योटो निकल आए। उन्होंने स्मार्ट सिटी को लेकर सरकार पर तंज करते हुए कहा कि बारिश की शुरुआत में ही नाव सड़कों पर आई है।
सपा प्रमुख ने कहा कि जिस यूपी ने बीजेपी की सरकार बनवाई, उस यूपी से भेदभाव किया गया। उन्होंने एक्सप्रेसवे को लेकर सरकार को घेरा और कहा कि जो भी एक्सप्रेसवे बने हैं, यूपी के बजट से बने हैं। केंद्र ने एक भी एक्सप्रेसवे नहीं दिया है। अखिलेश ने कहा कि पीएम ने जिस गांव को गोद लिया था, उसकी तस्वीर भी नहीं बदली। 10 साल में वही कच्ची पगडंडिया हैं, वही टूटी सड़कें हैं। इन्हें तो पता नहीं नाम भी याद होगा या नहीं। नाम पूछकर शर्मिंदा नहीं करूंगा। जिसे गोद लिया जाता है, उसे अनाथ छोड़ देना अच्छी बात नहीं।
यादव ने कहा कि 15 अगस्त का दिन देश की आजादी का दिन है तो 4 जून सांप्रदायिक राजनीति से आजादी का दिन है। इस चुनाव ने तोड़ने वाली राजनीति को तोड़ दिया और जोड़ने वाली राजनीति की जीत हुई है। हम मानते हैं कि संविधान ही संजीवनी है और संविधान रक्षकों की जीत हुई। ये देश किसी की व्यक्तिगत आकांक्षा से नहीं, जन-आकांक्षा से चलेगा। मतलब अब मनमर्जी नहीं, जनमर्जी चलेगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि पांचवी बड़ी इकोनॉमी बनाएंगे लेकिन पर कैपिटा इनकम कहां है? उन्होंने यूपी की चर्चा करते हुए कहा कि जहां से प्रधानमंत्री जी आते हैं, वहां की सरकार कह रही है कि 3 ट्रिलियन इकोनॉमी बनाएंगे। इसके लिए 35 परसेंट ग्रोथ रेट चाहिए जो मुझे नहीं लगता कि यूपी हासिल कर पाएगा।