पश्चिम बंगाल में उत्तर दिनाजपुर जिले के कालियागंज में एक नाबालिग लड़की की मौत को लेकर भड़की हिंसा के बीच, प्रदर्शनकारियों ने न केवल संपत्ति में तोड़फोड़ की और कालियागंज थाने में आग लगा दी, बल्कि पुलिस कर्मियों का घेराव और उन पर हमला भी किया। सोशल मीडिया पर इसके वीडियो सामने आए हैं। एक वीडियो में गुस्साई भीड़ को बंगाल पुलिस कर्मियों की पिटाई करते देखा जा सकता है। यह घटना दिनाजपुर में एक आदिवासी राजबंशी लड़की की मौत को लेकर विरोध मार्च के हिंसक हो जाने के बाद हुई।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता कुणाल घोष ने एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि प्रदर्शनकारियों की गुंडागर्दी के बावजूद, पुलिस कर्मियों ने संयम दिखाया और वाम मोर्चे के शासन के दौरान गोली नहीं चलाई।
https://twitter.com/KunalGhoshAgain/status/1651108886504697856?s=20
कुणाल घोष ने कहा कि नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार की झूठी अफवाह फैलाने और अनावश्यक रूप से इलाके में तनाव फैलाने वालों को पकड़ने की जरूरत है।
मंगलवार को आदिवासी कामतापुरी संगठनों ने कालियागंज थाने का घेराव किया। उन्होंने न केवल थाने में आग लगा दी, बल्कि कई पुलिस वाहनों और थाने से सटे पुलिस क्वार्टर को भी आग के हवाले कर दिया। हंगामे के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया।
हिंसा के एक दिन बाद बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने पुलिस थाने पर हुए हमले की निंदा की। ममता बनर्जी ने कहा, “जिस तरह से गुंडागर्दी हुई और जिस तरह से पुलिस पर हमला किया गया और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया, मैं पुलिस से इन घटनाओं की भी जांच करने और कार्रवाई करने के लिए कहूंगी।”
टीएमसी सुप्रीमो ने कलियागंज थाने में मंगलवार को हुई हिंसा के लिए भी भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, ‘भाजपा बिहार से लोगों को लेकर आई और हिंसा भड़काने के लिए थाने में आग लगा दी। यह एक योजना थी। भाजपा गुंडागर्दी कर रही है क्योंकि दिल्ली (केंद्र) उनके पीछे है”।
कलियागंज की एक नहर में मिली नाबालिग लड़की के बारे में बात करते हुए, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि किशोरी की मौत प्रेम प्रसंग के कारण हुई है और डॉक्टरों ने पुष्टि की है कि जहर खाने के बाद उसकी मौत हुई है।
मालूम हो कि गुरुवार को ट्यूशन पढ़ने गई नाबालिग छात्रा लापता हो गई। एक नहर के पास उसका शव मिलने के अगले दिन कलियागंज में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया, जिसमें कई लोगों ने दावा किया कि उसके साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई।
बंगाल पुलिस द्वारा नाबालिग लड़की के शव को घसीटने के तरीके को लेकर बीजेपी ने अपने मीडिया सेल के प्रमुख अमित मालवीय के नेतृत्व में टीएमसी पर हमला बोला।
अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा, “इस वीडियो में पश्चिम बंगाल पुलिस असंवेदनशीलता से जिस शव को खींच रही है, वह उत्तर दिनाजपुर के कलियागंज में राजबंशी समुदाय की एक नाबालिग बलात्कार और हत्या पीड़िता का है। इस तरह की जल्दबाजी अक्सर तब देखी जाती है जब उद्देश्य सबूतों को खत्म करना या कमजोर करना और अपराध को कवर करना होता है”।
In this video, the body West Bengal Police is insensitively dragging is that of a minor rape and murder victim from the Rajbongshi community in Uttar Dinajpur’s Kaliaganj. Such haste is often seen when the purpose is to eliminate or dilute evidence and cover up the crime… pic.twitter.com/zgz2Rxlik1
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) April 22, 2023
हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने पाया कि जहर खाने के बाद लड़की की मौत हुई और यह साबित करने के लिए कोई चोट के निशान नहीं थे कि उसके साथ बलात्कार किया गया था। मुख्यमंत्री ने वादा किया कि मामले की जांच की जाएगी और मंगलवार को हुई हिंसा और आगजनी की भी जांच की जाएगी।