कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी लोकसभा की अयोग्यता के बाद पहली बार 11 अप्रैल को अपने पूर्व निर्वाचन क्षेत्र वायनाड का दौरा कर सकते हैं। 2019 में वायनाड लोकसभा सीट से सांसद चुने गए राहुल गांधी ने 23 मार्च को सूरत की एक अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद अपनी सदस्यता खो दी है।
सूरत की अदालत के फैसले के एक दिन बाद लोकसभा सचिवालय ने उन्हें लोकसभा के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित करने की अधिसूचना जारी की थी। उसके बाद चुनाव आयोग ने केरल में वायनाड लोकसभा क्षेत्र को खाली घोषित कर दिया।
29 मार्च को कर्नाटक चुनाव की तारीखों की घोषणा करते हुए, चुनाव आयोग ने कहा कि उन्हें वायनाड लोकसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव कराने की कोई जल्दी नहीं है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि अदालत ने राहुल गांधी को कानूनी उपाय खोजने के लिए 30 दिन का समय दिया है और तब तक आयोग इंतजार करेगा।
राहुल गांधी ने आखिरी बार इसी साल फरवरी में अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया था। पार्टी के एक पदाधिकारी ने जिला कांग्रेस कमेटी के एक दस्तावेज का हवाला देते हुए कहा, “राहुल गांधी के 11 अप्रैल को वायनाड आने की संभावना है।”
एक सूत्र ने कहा कि राहुल गांधी के वायनाड दौरे के दौराम उनके कार्यक्रम का विवरण केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में तय किया जाएगा।
बता दें कि राहुल गांधी को 2019 के आपराधिक मानहानि मामले में गुजरात की एक सत्र अदालत ने सोमवार को जमानत दे दी है। अदालत ने मामले में सजा के खिलाफ उनकी अपील स्वीकार कर ली। गुजरात के बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी द्वारा दायर एक मामले में उनकी “मोदी उपनाम” टिप्पणी पर सूरत की एक निचली अदालत ने उन्हें दोषी ठहराया था।