सोमवार को दिल्ली नई आबकारी नीति घोटाला मामले में आरोपी दिनेश अरोड़ा को सरकारी गवाह बनाने की अर्जी सीबीआई ने राउज एवेन्यू कोर्ट में दाखिल की है।
राउज एवेन्यू कोर्ट ने दिनेश से पूछा कि क्या कोई दबाव तो नहीं है? सीबीआई की तरफ से कोई धमकी तो नहीं मिली? इस पर दिनेश अरोड़ा ने कोर्ट में कहा कि मेरी तरफ से मेरे वकील द्वारा 1 नवंबर 2022 को एप्लिकेशन दी गई थी। मैं अपनी इच्छा से सरकारी गवाह बनने को तैयार हूं। अरोड़ा ने कोर्ट से कहा, “मैं इस मामले से जुड़े सभी तथ्यों को कोर्ट के सामने रखूंगा। मैं इस मामले में मेरे ऊपर जो आरोप लगे हैं, उस संदर्भ में अपनी भूमिका के बारे में भी सब सच सच बताऊंगा। मैं जांच में भी सहयोग करता रहा हूं और करता रहूंगा। मैं जांच अधिकारी के सामने और एसीएमएम की कोर्ट में अपना कंफेशन स्टेटमेंट भी दे चुका हूं’।
अरोडा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों पर क्षमादान के लिए अर्जी दाखिल की है। दिनेश की अर्जी पर कोर्ट 14 नवंबर को सुनवाई करेगा। 14 नवंबर को दिनेश अरोड़ा के डिस्क्लोजर स्टेटमेंट दर्ज होंगे। राऊज एवेन्यू कोर्ट उसके बाद तय करेगा कि दिनेश अरोड़ा को सरकारी गवाह बनाया जाए या नहीं?
दिनेश अरोड़ा दिल्ली के मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के करीबी माने जाते हैं। कुछ दिनों पहले इसी कोर्ट से दिनेश अरोड़ा को जमानत मिली थी और सीबीआई ने इसका विरोध भी नहीं किया था। सीबीआई ने कोर्ट में कहा था कि अरोड़ा जांच में सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कुछ अहम जानकारियां दी हैं, जो जांच में महत्वपूर्ण हैं। लिहाजा अगर कोर्ट उन्हें जमानत दे देती है तो उसे कोई आपत्ति नहीं है। कोर्ट ने उन्हें जमानत देते हुए यह भी कहा था कि सीबीआई के जवाब से अरोड़ा की तत्काल गिरफ्तारी की आशंका तो नहीं है, लेकिन भविष्य में उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है, क्योंकि एक केस में उन्हें आरोपी बनाया गया है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि दिल्ली शराब नीति पर उस वक्त विवाद शुरू हुआ था जब दिल्ली के उपराज्यपाल ने इसे लेकर सीबाआई जांच की सिफारिश की थी। अगस्त 2022 में सीबीआई ने शराब घोटाले में एक मामला दर्ज किया था और आठ लोगों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया था। आरोपियों में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, तत्कालीन आबकारी आयुक्त अरवा गोपी कृष्णा, उपायुक्त आनंद तिवारी और सहायक आयुक्त पंकज भटनागर भी शामिल हैं। दिनेश अरोड़ा इस केस के मुख्य आरोपी मनीष सिसोदिया के करीबी और सहयोगी रहे हैं।