दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 9वीं बार देश को संबोधित किया। आजादी के 75 साल पूरे होने पर देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। इस बार पीएम ने अपने भाषण में परिवारवाद, भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद पर हमला बोला प्रधानमंत्री के संबोधन में इस बार भी विकास की बात कम और पुराना भाषण नये कलेवर में सुनने को मिला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर लाल किले से तिरंगा फहराया। देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने देश की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले, आहुती देने वाले, इस देश को आजादी के बाद बनाने वाले महापुरुषों को नमन किया। इतना ही नहीं पीएम मोदी ने आजादी के 100 साल पूरे होने पर विकसित देश बनाने का संकल्प लेने की भी अपील की। पीएम मोदी ने लाल किले से 5 प्रण भी दिलाए, जिसमें विकसित भारत, गुलामी के हर अंश से मुक्ति का प्रण, विरासत पर गर्व और एकता-एकजुटता का प्रण जिक्र किया. पीएम मोदी ने देश को 9वीं बार संबोधित किया। उनसे ज्यादा बार भाषण देने वाले प्रधानमंत्रियों में जवाहर लाल नेहरू (17 बार), इंदिरा गांधी (16 बार) और डॉ. मनमोहन सिंह (10 बार) हैं।
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इस बार भी प्रधानमंत्री मोदी के कपड़ों का चयन अलग हट कर था। वो सिर पर तिरंगे के तीन रंगों के समावेश वाले साफे को पहने नजर आये। ये बहुत दिलचस्प है कि हर साल वादों के साथ घोषणाएं लाल किले की प्राचीर से देश को देने के बाद शायद ही उनपर अमल हुआ हो।