दिल्ली के प्रगति मैदान में रविवार को शुरू हुए चौदह दिवसीय 40वें भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में इस वर्ष की थीम ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ के अनुरूप राजस्थान मंडप नए रूप-रंग के साथ प्रारंभ हुआ। मेला के पहले दिन ही राजस्थान मंडप आकर्षण का केन्द्र बना। रविवार को बड़ी संख्या में लोगों ने मंडप को देखा।
राजस्थान मण्डप के निदेशक श्री दिनेश सेठी ने बताया कि मंडप में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से व्यापार मेले में भाग लेने आये उद्यमियों द्वारा लगभग 25 स्टालों का प्रदर्शन किया है। जिसमें राजस्थान के विश्व प्रसिद्व हस्तशिल्प उत्पादों को विशेष रूप से देश-विदेश में धूम मचाने वाली राजस्थानी हस्तशिल्प वस्तुओं में लाख की चूड़ियॉ, महिलाओं के श्रृंगार के विविध आईटम्स, जयपुरी रजाईयां, टैैक्सटाईल्स का सामान, चद्दरे और मोजड़ियों के उत्पादों के स्टॉल शामिल है।
मंडप के मुख्य द्वार पर राजस्थान पर्यटन द्वारा एक चित्रा प्रदर्शनी का आयोजन किया है जिसमें प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों को प्रदर्शित किया गया है। इसके अतिरिक्त प्रदर्शनी स्थल पर राजस्थान के बाड़मेर के प्रसिद्ध मंगणियार भूंगर खान एवं उनके साथियों द्वारा अपनी कला का सजीव प्रदर्शन कर आगंतुकों को अपनी ओर आकर्षित किया।
मंडप के मध्य स्थल पर रीको द्वारा भी एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है जिसमें प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों का विवरण प्रदर्शित किया है।