भारतीय टेनिस आइकन सानिया मिर्जा ने दुबई ड्यूटी फ्री टेनिस चैंपियनशिप के पहले दौर में हार के साथ अपने 20 साल लंबे शानदार करियर का अंत किया। वह महिला युगल वर्ग में अमेरिकी जोड़ीदार मेडिसन कीज़ के साथ वेरोनिका कुदेरमेतोवा और ल्यूडमिला सैमसोनोवा की जोड़ी के हाथों 4-6, 0-6 से हार गईं।
सानिया मिर्ज़ा की उपलब्धियों की एक लंबी कतार है। उन्होंने अपने आप को भारत की सबसे बड़ी महिला टेनिस स्टार के रूप में स्थापित किया। 36 वर्षीय भारत की दिग्गज खिलाड़ी ने अपने करियर में 6 ग्रैंड स्लैम टाइटल जीता है। इनमें से 3 विमेंस डबल्स और 3 मिक्स डबल्स कैटेगरी में हैं। सानिया ने आखिरी ग्रैंड स्लैम 2016 में जीता था।
ऑस्ट्रेलियन ओपन 2009 के मिक्स्ड डबल्स में सानिया मिर्ज़ा ने भारतीय दिग्गज महेश भूपति की जोड़ी के साथ ऑस्ट्रेलियन ओपन मिक्स्ड डबल्स अपने नाम किया। अपना पहला खिताब जीतने के बाद सानिया ने कहा था कि, “ग्रैंड स्लैम जीतना हमेशा से मेरा सपना था। हम सब इसी के लिए खेलते हैं। यह बहुत अच्छा है। यह बहुत खास इसलिए भी क्योंकि यह जीत उनके साथ आई थी, जिन्हें मैं बहुत अच्छे से और बहुत समय से जानती हूं।”
साल 2015 में सानिया ने मार्टिना हिंगिस के साथ जोड़ी बनाई और इस जोड़ी ने इतिहास रच दिया। इस जोड़ी ने लगातार 3 खिताब हासिल किए। इस जोड़ी ने सबसे पहले विंबलडन 2015 जीता। और फिर 2015 यूएस ओपन जीतने के साथ ही 2016 ऑस्ट्रेलियन ओपन भी अपने नाम कर लिया। इन दोनों की जोड़ी की इस हैट्रिक जीत ने टेनिस की दुनिया को हिलाकर रख दिया।
करियर के शुरूआती दिनों में सानिया ने हैदराबाद ओपन 2005 जीता और इसी के साथ WTA सिंगल्स टाइटल जीतने वाली पहली भारतीय टेनिस खिलाड़ी बन गईं। 2007 में सानिया WTA सिंगल्स रैंकिंग में 27वें स्थान पर पहुंच गईं, जो अब तक किसी भी भारतीय टेनिस खिलाड़ी के लिए सर्वश्रेष्ठ टेनिस रैंकिंग है।
साल 2015 में युगल वर्ग में सानिया मिर्ज़ा ने WTA डबल्स रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया। इस कीर्तिमान को भी हासिल करने वाली सानिया अभी तक इकलौती भारतीय टेनिस खिलाड़ी हैं। सानिया ने अपने करियर में 44 WTA युगल खिताब जीते।
बता दें कि टेनिस में उनके योगदान के लिए सानिया मिर्ज़ा को 2004 में अर्जुन पुरस्कार, 2006 में पद्म श्री पुरस्कार, 2015 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार और 2016 में पद्म भूषण पुरस्कार से नवाज़ा गया। साल 2015 में सानिया मिर्ज़ा को बीबीसी ने दुनिया की टॉप 100 इंस्पाइरिंग वूमेंस की लिस्ट में शामिल किया था।
