असम में बाढ़ की स्थिति में कुछ सुधार हुआ है लेकिन अब भी आठ जिलों में लगभग 2.5 लाख लोग अभी भी बाढ़ से जूझ रहे हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, कछार जिले के कटिगोरा राजस्व सर्कल में एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके साथ ही इस साल बाढ़, भूस्खलन और तूफान में जान गंवाने वाले लोगों की कुल संख्या 34 हो गई है।
कछार, दिमा हसाओ, हैलाकांडी, होजाई, पश्चिम कार्बी आंगलोंग, करीमगंज, मोरीगांव और नागांव जिलों में बाढ़ के कारण लगभग 2,47,000 लोग प्रभावित हुए हैं। एएसडीएमए ने कहा कि 1.4 लाख से अधिक लोगों के साथ नागांव सबसे बुरी तरह प्रभावित है। इसके बाद कछार में लगभग 65,500 लोग और होजई में लगभग 18,500 लोग पीड़ित हैं।
बुधवार तक राज्य के नौ जिलों में 4.23 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से पीड़ित थे।
प्रशासन पांच जिलों में 112 राहत शिविर चला रहा है, जहां 22,373 लोगों ने शरण ली है, और चार जिलों में 21 राहत वितरण केंद्र चला रहा है।
पिछले 24 घंटों के दौरान बाढ़ पीड़ितों के बीच कुल 501.48 क्विंटल चावल, 91.47 क्विंटल दाल, 28.04 क्विंटल नमक और 2,685.07 लीटर सरसों तेल वितरित किया गया है।
एएसडीएमए ने कहा कि वर्तमान में, 375 गांव पानी में डूबे हुए हैं और राज्य भर में 5,055.6 हेक्टेयर फसल क्षेत्र क्षतिग्रस्त हो गया है। वहीं, बाढ़ से 32,200 से अधिक घरेलू जानवर और मुर्गे प्रभावित हुए हैं।
नगांव, कछार, होजाई, करीमगंज, मोरीगांव और नगांव में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
कोपिली नदी कामपुर और धरमतुल में और कुशियारा नदी करीमगंज में उफान पर है।
बाढ़ से 32,200 से अधिक घरेलू जानवर और मुर्गे प्रभावित हुए हैं।