विपक्ष के इंडिया गुट ने नई दिल्ली के रामलीला मैदान में अपनी मेगा “लोकतंत्र बचाओ रैली” में पांच मांगें सूचीबद्ध कीं। दिल्ली शराब नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में विपक्षी नेता शक्ति प्रदर्शन करने के लिए एक साथ आए। बैठक में शामिल होने वालों में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राजद नेता तेजस्वी यादव, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एससीपी) प्रमुख शरद पवार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन शामिल थे।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने भगवान राम के जीवन से इस शाश्वत सीख पर जोर दिया कि शक्ति क्षणिक है और अहंकार पतन की ओर ले जाता है।
प्रियंका गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि भगवान राम की कहानी केवल शक्ति के भव्य प्रदर्शन के बारे में नहीं है, बल्कि सत्य, आशा, विश्वास, प्रेम, दया, शील, धैर्य और साहस जैसे गुणों के बारे में है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भौतिक संसाधनों की कमी के बावजूद, भगवान राम ने धार्मिकता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के माध्यम से विजय प्राप्त की।
अपने संबोधन में गांधी ने कहा कि भाजपा द्वारा अलोकतांत्रिक बाधाएं पैदा करने के बावजूद, इंडिया ब्लॉक भारत में लोकतंत्र से लड़ने, जीतने और बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने रैली में कहा, “जब मैं छोटी थी, मैं अपनी दादी इंदिरा जी के साथ (यहां) आती थी और वह मुझे रामायण सुनाती थीं। जो लोग आज सत्ता में हैं वे खुद को राम भक्त कहते हैं। जब मैं यहां बैठी थी तो मैंने सोचा कि मुझे कुछ कहना चाहिए। मैं उन्हें 1,000 साल पुरानी कहानी और उसका संदेश याद दिलाना चाहती हूं।”
प्रियंका गांधी ने कहा, “हर साल इस मैदान में दशहरे के दिन रावण के पुतले का दहन होता है। आज जो सत्ता में हैं वे अपने आप को राम भक्त कहते हैं। मुझे लगता है कि वे कर्मकांड में उलझ गए हैं। मैं आज उन्हें याद दिलाना चाहती हूं कि वो हजारों वर्ष पुरानी गाथा क्या थी? भगवान राम जब सत्य के लिए लड़े तो उनके पास सत्ता नहीं थी, उनके पास संसाधन नहीं थे, उनके पास तो रथ भी नहीं था। संसाधन रावण के पास थे। भगवान राम के पास सत्य, आशा, आस्था , प्रेम, परोपकार, धीरज और साहस था। मैं सत्ता में बैठे हुए अपने प्रधानमंत्री मोदी को याद दिलाना चाहती हूं कि भगवान राम के जीवन का क्या संदेश था। सत्ता सदैव नहीं रहती। सत्ता आती है, जाती है, अहंकार चूर-चूर होता है।”
INDIA गठबंधन की ‘महारैली’ को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने INDIA गठबंधन की पांच मांगे पढ़ीं-
1. चुनाव आयोग को लोकसभा चुनावों में समान अवसर सुनिश्चित करना चाहिए।
2. चुनाव आयोग को चुनाव में हेराफेरी करने के उद्देश्य से विपक्षी दलों के खिलाफ जांच एजेंसियों द्वारा की जानी वाली कार्रवाई रोकी जानी चाहिए।
3. हेमंत सोरेन जी और अरविन्द केजरीवाल जी की तुरंत रिहाई की जाए।
4. चुनाव के दौरान विपक्षी राजनीतिक दलों का आर्थिक रूप से गला घोंटने की जबरन कार्रवाई तुरंत बंद होनी चाहिए।
5. चुनावी चंदे का उपयोग कर BJP द्वारा बदले की भावना, जबरन वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में SIT का गठन होना चाहिए।
अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने कहा, “मोदी जी ने मेरे पति को जेल में डाल दिया, क्या प्रधानमंत्री ने सही किया? क्या आप मानते हैं कि केजरीवाल एक सच्चे देश भक्त और ईमानदार व्यक्ति हैं? क्या केजरीवाल जी को इस्तीफा देना चाहिए? आपके केजरीवाल शेर हैं, ये ज़्यादा दिन तक आपको जेल में नहीं रख पाएंगे। यदि आप सब INDIA गठबंधन को मौका देते हैं तो हम सब मिल कर एक ऐसे महान राष्ट्र का निर्माण करेंगे, केवल नाम में INDIA गठबंधन नहीं हैं बल्कि दिल में INDIA है। मैं(अरविंद केजरीवाल) INDIA गठबंधन की ओर से 140 करोड़ भारतवासियों को 6 गारंटी देती हूं। पहला-पूरे देश में 24 घंटे बिजली का इतज़ाम करेंगे, दूसरा- पूरे देश के गरीबों की बिजली फ्री करेंगे, तीसरी- हर गांव हर मोहल्ले में शानदार सरकारी स्कूल बनाएंगे, चौथा- हर गांव में मोहल्ला क्लिनिक बनाएंगे, फ्री इलाज की व्यवस्था करेंगे, पांचवां- किसानों को स्वामीनाथन आयोग के मुताबिक MSP पर फसलों की कीमत दिलवाएंगे, छठी- दिल्ली वासियों को उनका हक दिलाएंगे, दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाएंगे। यह ऐलान करने से पहले मैंने INDIA गठबंधन के साथियों से उनकी अनुमति नहीं ली लेकिन उम्मीद है कि किसी को इस पर आपत्ति नहीं होगी। यह गारंटी हम अगले पांच वर्ष में पूरी करेंगे।”
झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने कहा, ”मैं भारत की 50 फीसदी महिला आबादी और 9 फीसदी आदिवासी समुदाय की आवाज बनकर आपके सामने खड़ी हूं। आज इस ऐतिहासिक मैदान में ये जनसैलाब इस बात की गवाही दे रहा है कि आप सब देश के हर हिस्से से तानाशाही को ख़त्म करने के लिए आये हैं। आज भारत में बाबा साहेब के संविधान से प्राप्त जिनती गारंटियां से उसे NDA सरकार द्वारा खत्म किया जा रहा है। इन्होंने हमारे संवैधानिक मूल्यों को तहस-नहस किया है। आपको(जनता) अपने वोट का चुनाव सही रूप से करना होगा।”
वहीं ‘महारैली’ को संबोधित करते हुए PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, “आज देश बहुत मुश्किल हालात से गुजर रहा है। ऐसा हाल है, ना कोई वकील, ना कोई दलील, ना कोई कार्रवाई, सीधा जेल। शायद कलयुग का अमृतकाल इसी को कहते हैं कि आप बिना कुछ पूछे लोगों को जेल में डाल देते हैं। मैं आपके चुने हुए नुमाइंदों की बात कर रही हूं जिन्हें आप वोट देकर विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री, मंत्री बनाते हैं। कैसे उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर बिना कोई वकालत और कार्रवाई के जेल में डाला जाता है। हमने जम्मू-कश्मीर में पिछले 5 साल तक यही देखा है। जब आप संविधान और कानून का उल्लंघन करते हैं तो वो देशहित में नहीं होता बल्कि देशद्रोह होता है। केजरीवाल और हेमंत सोरेन का क्या कसूर?”