प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी जांच में दावा किया है कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) नेता और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता ने शराब नीति में लाभ पाने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसौदिया सहित आम आदमी पार्टी (आप) के शीर्ष नेताओं के साथ साजिश रची। जांच एजेंसी ने कहा कि इन “एहसानों” के बदले में के कविता ने कथित तौर पर आप नेताओं को 100 करोड़ रुपये का भुगतान किया। ईडी ने आरोप लगाया कि थोक विक्रेताओं से रिश्वत के रूप में पैसा लिया गया और AAP को फायदा पहुँचाया गया।
अधिक लाभ कमाने के लिए, के कविता और उसके सहयोगियों को AAP को अग्रिम भुगतान की गई अपराध की आय की वसूली करनी थी।
45 वर्षीय बीआरएस नेता कविता को ईडी ने शनिवार, 16 मार्च को हैदराबाद में उनके घर पर तलाशी के बाद गिरफ्तार किया था। अगले दिन उन्हें विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें 23 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेज दिया।
दिल्ली शराब नीति मामले में अब तक ईडी ने दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई, मुंबई समेत देशभर में 245 ठिकानों पर छापेमारी की है।
मामले में अब तक आप नेता मनीष सिसौदिया, संजय सिंह और विजय नायर समेत पंद्रह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
ईडी ने मामले में एक अभियोजन शिकायत और 5 पूरक शिकायतें दर्ज की हैं।
जांच एजेंसी ने सोमवार को कहा कि मामले में अपराध से अर्जित आय में से अब तक 128.79 करोड़ रुपये की संपत्ति का पता लगाया जा चुका है।
दरअसल शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कविता से ईडी कई बार पूछताछ भी कर चुकी है। बताया जा रहा है कि दो बार समन भेजने के बाद भी जब कविता पूछताछ के लिए नहीं आईं, तो ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
बीआरएस नेता ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए 16 जनवरी को इस मामले में नए दौर की पूछताछ के लिए ईडी के सामने पेश नहीं हुईं थीं। पिछले साल इस मामले में उनसे तीन बार पूछताछ की गई थी और केंद्रीय एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत उनका बयान दर्ज किया था। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) एमएलसी के कविता ने पहले कहा था कि कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और आरोप लगाया था कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ईडी का उपयोग कर रही हैं, क्योंकि बीजेपी तेलंगाना में बैक डोर से एंट्री नहीं कर सकती है।
अब ख़त्म हो चुके दिल्ली शराब नीति मामले के आरोपियों में से एक अमित अरोड़ा ने पूछताछ के दौरान के कविता का नाम लिया था। जांच एजेंसी ने आरोप लगाया था कि “साउथ ग्रुप” नामक एक शराब लॉबी थी, जिसने एक अन्य आरोपी विजय नायर के माध्यम से आम आदमी पार्टी (आप) के कई नेताओं को 100 करोड़ रुपये तक का भुगतान किया था।
ईडी के मुताबिक, ‘साउथ ग्रुप’ असल में दक्षिण के राजनेताओं, कारोबारियों और नौकरशाहों का ग्रुप है। इस ग्रुप में सरथ रेड्डी (अरबिंदो फार्मा के प्रमोटर), एम. श्रीनिवासुलु रेड्डी (वाईएसर कांग्रेस के लोकसभा सांसद), उनके बेटे राघव मगुंटा और कविता शामिल थे। इस ग्रुप का प्रतिनिधित्व अरुण पिल्लई, अभिषेक बोइनपल्ली और बुचीबाबू ने किया था। तीनों को ही शराब घोटाले में गिरफ्तार किया जा चुका है।
प्रवर्तन निदेशालय ने यह भी आरोप लगाया है कि “साउथ ग्रुप” का हैंडलर के कविता का व्यापारिक सहयोगी है।
हालाँकि, बीआरएस एमएलसी ने कहा है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और इसके बजाय भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तेलंगाना में ‘पिछले दरवाजे’ से प्रवेश पाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का ‘दुरुपयोग’ करने का आरोप लगाया है।
पिछले साल, के कविता से शराब नीति मामले में तीन बार पूछताछ की गई थी और जांच एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनका बयान भी दर्ज किया था।