राज्यसभा से अपना नामांकन दाखिल करने के एक दिन बाद सोनिया गांधी ने गुरुवार को कहा कि वह स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। रायबरेली के लोगों को संबोधित एक पत्र में पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने उनके समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। 2004 से लोकसभा में रायबरेली का प्रतिनिधित्व करने वाली सोनिया गांधी ने यह भी याद किया कि जब वह अपने पति (राजीव गांधी) और सास (पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी) को खोने के बाद वहां आई थीं तो लोगों ने उन्हें कैसे गले लगाया था।
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श्रीमती गांधी के पत्र में कहा गया, “रायबरेली में हमारे परिवार की जड़ें बहुत गहरी हैं। मुझे पता है कि आप अतीत की तरह भविष्य में भी मेरे और मेरे परिवार के साथ खड़े रहेंगे।”
उन्होंने कहा, “अपने स्वास्थ्य और उम्र को ध्यान में रखते हुए लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगी।”
उन्होंने अपने पत्र में लिखा, “मेरा परिवार दिल्ली में अधूरा है। वह रायबरेली आकर आप लोगों में मिलकर पूरा होता है। यह नेह-नाता बहुत पुराना है और अपनी ससुराल से मुझे सौभाग्य की तरह मिला है। रायबरेली के साथ हमारे परिवार के रिश्तों की जड़ें बहुत गहरी हैं। आजादी के बाद हुए पहले लोकसभा चुनाव में आपने मेरे ससुर फीरोज गाधी जी को यहां से जिताकर दिल्ली भेजा। उनके बाद मेरी सास इंदिरा गांधी जी को आपने अपना बना लिया। तब से अबतक, यह सिलसिला जिंदगी के उतार-चढ़ाव और मुश्किल भरी राह पर प्यार और जोश के साथ आगे बढ़ता गया और इस पर हमारी आस्था मजबूत होती चली गई।”
उन्होनें लिखा, “इसी रौशन रास्ते पर आपने मुझे भी चलने की जगह दी। सास और जीवनसाथी को हमेशा के लिए खोकर मैं आपके पास आई और आपने अपना आंचल मेरे लिए फैला दिया। पिछले दो चुनावों में विषम परिस्थितियों में भी आप एक चट्टान की तरह मेरे साथ खड़े रहे। मैं यह कभी भूल नहीं सकती। यह कहते हुए मुझे गर्व है कि आज मैं जो कुछ भी हूं, आपकी बदौलत हूं और मैंने इस भरोसे को निभाने की हरदम कोशिश की है।
पत्र में आगे कहा गया, “अब स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र के चलते मैं अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगी। इस निर्णय के बाद मुझे आपकी सीधी सेवा का अवसर नहीं मिलेगा, लेकिन यह तय है मेरा मन-प्राण हमेशा आपके पास रहेगा। मुझे पता है कि आप भी हर मुश्किल में मुझे और मेरे परिवार को वैसे ही संभाल लेंगे, जैसे अबतक संभालते हुए आए हैं। बड़ों को प्रणाम, छोटों को स्नेह, जल्द मिलने का वादा।”
इससे पहले बुधवार को सोनिया गांधी ने राज्यसभा चुनाव के लिए राजस्थान से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था जबकि भाजपा ने पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्रियों अश्विनी वैष्णव और एल मुरुगन को फिर से नामांकित किया है। इसके अलावा पार्टी में नए सदस्य और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को मैदान में उतारा।
सोनिया गांधी ने जब जयपुर में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया तो उनके साथ उनके बच्चे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा के अलावा राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और अन्य कांग्रेस नेता भी थे।
77 वर्षीय कांग्रेस नेता पहली बार राजस्थान से उच्च सदन में प्रवेश करने के लिए तैयार हैं।
गांधी अप्रैल में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के राज्यसभा का कार्यकाल पूरा होने के बाद खाली होने वाली सीट को भरेंगी।
कांग्रेस द्वारा बुधवार को घोषित 10 उम्मीदवारों में पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन, जिन्हें कर्नाटक से मैदान में उतारा गया है, हिमाचल प्रदेश की एकमात्र सीट से जाने-माने वकील अभिषेक सिंघवी और तेलंगाना से रेणुका चौधरी शामिल हैं।