दिल्ली पुलिस ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से सेवानिवृत्त सेना के जवान और प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के कथित सदस्य रियाज अहमद को गिरफ्तार किया है। पिछले साल ही रियाज भारतीय सेना से रिटायर हुआ है और तब से कुपवाड़ा में एक्टिव था। यह गिरफ्तारी जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा कुपवाड़ा जिले में सक्रिय लश्कर-ए-तैयबा के मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने के कुछ दिनों बाद हुई है।
पुलिस ने कहा कि अहमद दो अन्य व्यक्तियों – खुर्शीद अहमद राथर और गुलाम सरवर राथर के साथ साजिश में सक्रिय रूप से शामिल था और वो हथियार और गोला-बारूद प्राप्त करने के लिए नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार आतंकियों के साथ समन्वय कर रहा था।
अधिकारी ने बताया कि ये हथियार और गोला-बारूद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में मौजूद लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी आकाओं-मंजूर अहमद शेख उर्फ शकूर (गबरा करनाह निवासी) और काजी मोहम्मद खुशाल (धन्नी करनाह निवासी) द्वारा भेजे गए थे।
उन्होंने कहा कि ये दोनों व्यक्ति सीमा पार से आतंकी मॉड्यूल चला रहे हैं। अधिकारी ने बताया सूचना मिली थी कि रियाज फरार है और तड़के नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि एक टीम गठित कर नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर तैनात कर दी गई, जिसने रियाज की पहचान की और उसे निकास द्वार संख्या-1 से भागने की कोशिश करने पर पकड़ लिया गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि रियाज और उसका दोस्त अल्ताफ 31 जनवरी, 2023 को भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने कहा कि रियाज के कब्जे से एक मोबाइल फोन और एक सिम कार्ड बरामद किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि रियाज को कानून की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है और जम्मू-कश्मीर पुलिस अधिकारियों को उनके स्तर पर आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए सूचित कर दिया गया है।
पुलिस ने एक बयान में कहा, “आरोपी रियाज़ अहमद जम्मू-कश्मीर में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए एलईटी के आतंकवादी आकाओं द्वारा नियंत्रण रेखा के पार से हथियार और गोला-बारूद प्राप्त करने के लिए अपने सहयोगियों के साथ साजिश रचने में सक्रिय रूप से शामिल था।”
यह गिरफ्तारी जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक सफल ऑपरेशन के बाद हुई। जम्मू-कश्मीर की जांच एजेंसियों से रविवार को जानकारी मिली थी कि रियाज अहमद राथर नाम का आतंकी उनके द्वारा हाल ही में भंडाफोड़ किए गए आतंकी मॉड्यूल मामले में वांछित है। विभिन्न हथियारों और गोला-बारूद की तस्करी में शामिल होने के आरोप में पांच आतंकवादी सहयोगियों को पहले करनाह में हिरासत में लिया गया था।
गिरफ्तार किए गए लोगों में जहूर अहमद भट्ट भी शामिल है, जिसके पास से एके सीरीज की राइफल, मैगजीन, राउंड और पिस्तौलें मिलीं थीं। जांच से पता चला कि भट्ट पीओके स्थित दो लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी आकाओं के संपर्क में था, जो उनकी नापाक गतिविधियों का समर्थन करने के लिए हथियारों की खेप भेजने में सहायक थे।