प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कैबिनेट मंत्रियों से फरवरी में अयोध्या जाने से परहेज करने का आग्रह किया है। यह खबर सूत्रों के हवाले से आई है। सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी ने मंत्रियों से मंदिर में जाने से बचने को कहा ताकि किसी वीआईपी के दौरे के दौरान लागू होने वाले प्रोटोकॉल के कारण भक्तों को असुविधा न हो। सूत्रों के अनुसार, मंत्रीगण मार्च के महीने में दर्शन के लिए राम मंदिर का दौरा करेंगे।
बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में पीएम मोदी ने मंत्रियों से अयोध्या में बहुप्रतीक्षित राम मंदिर के उद्घाटन के बाद जनता से मिले फीडबैक के बारे में भी पूछा।
कैबिनेट बैठक के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राम मंदिर उद्धाटन को लेकर पीएम के प्रति धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। इस दौरान सभी मंत्रियों ने खड़े होकर और ताली बजाकर इसका समर्थन किया। वहीं कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के फैसले पर भी कैबिनेट मंत्रियों ने पीएम को कैबिनेट बैठक में धन्यवाद दिया।
सोमवार को अयोध्या मंदिर में नए राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस कार्यक्रम की अगुवाई पीएम मोदी ने की थी। इस समारोह का पूरे देश में सीधा प्रसारण किया गया।
अभिषेक समारोह में शीर्ष राजनेताओं, व्यापारियों, खिलाड़ियों और मशहूर हस्तियों सहित कई हजार लोगों को आमंत्रित किया गया था। अभिषेक समारोह समाप्त होने के तुरंत बाद आमंत्रित लोगों ने राम भगवान के ‘दर्शन’ भी किए।
आम जनता के लिए मंदिर के दरवाजे मंगलवार सुबह खुल गए। पहले दिन करीब पांच लाख श्रद्धालुओं ने तो वहीं बुधवार को करीब 2.5 लाख लोगों ने मंदिर में दर्शन किए। मंगलवार की सुबह तीन बजे से ही श्रद्धालु कतार में लग गये थे। मंगलवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण दर्शन को कुछ देर के लिए रोकना भी पड़ा।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए, अयोध्या में अधिकारियों ने आने वाले सभी वाहनों पर प्रतिबंध भी लगा दिया।
अब गुरुवार से मंदिर में प्रातः छः बजे से रात दस बजे तक श्रीराम लला के दर्शन हो सकेंगे।