गृह मंत्रालय ने बुधवार को नई दिल्ली में अग्रणी सार्वजनिक नीति अनुसंधान संस्थान ‘सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च’ (सीपीआर) के विदेशी योगदान (विनियमन) संशोधन अधिनियम, 2020, (एफसीआरए पंजीकरण) को रद्द कर दिया।सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च एक थिंक टैंक है जिसका नेतृत्व कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की बेटी यामिनी अय्यर करती हैं।
अधिकारियों के अनुसार, पंजीकरण रद्द करने की कार्रवाई तब की गई जब यह पता चला कि संस्था एफसीआरए नियमों का उल्लंघन कर रही है।
थिंक टैंक पहले से ही सरकार की जांच के दायरे में था और पहले एक आयकर सर्वेक्षण से गुजर चुका है।
एक अधिकारी ने कहा कि फंडिंग मानदंडों के उल्लंघन के संबंध में प्रथम दृष्टया इनपुट मिलने के बाद लाइसेंस को पिछले साल निलंबित कर दिया गया था। अधिकारी ने कहा, “लाइसेंस निलंबित करने के बाद जांच शुरू की गई और यह निर्णय लिया गया कि लाइसेंस रद्द कर दिया जाना चाहिए क्योंकि सीपीआर की गतिविधियों से राज्य के आर्थिक हित प्रभावित होने की संभावना है और उल्लंघन गंभीर प्रकृति के हैं।”
सूत्रों की मानें तो थिंक टैंक CPR को कथित तौर पर फोर्ड फाउंडेशन सहित कई विदेशी संगठनों से धन प्राप्त हुआ था। थिंक टैंक पर ये भी आरोप लगे कि उसने गुजरात की सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड के एनजीओ को चंदा दिया था। हालांकि गृह मंत्री ने साल 2016 में ही तीस्ता के एनजीओ सबरंग ट्रस्ट का FCRA लाइसेंस सस्पेंड कर दिया था।
सितंबर 2022 में, आयकर विभाग ने सीपीआर और दो अन्य संगठनों – ऑक्सफैम इंडिया और बेंगलुरु स्थित इंडिपेंडेंट एंड पब्लिक-स्पिरिटेड मीडिया फाउंडेशन (आईपीएसएमएफ) के खिलाफ उनकी विदेशी फंडिंग की जांच के लिए एक ‘सर्वेक्षण’ अभियान चलाया था।
पिछले साल सरकार ने सीपीआर का एफसीआरए लाइसेंस 180 दिनों के लिए निलंबित कर दिया था। बाद में निलंबन को 180 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया।
एफसीआरए लाइसेंस हो जाने के बाद, सीपीआर ने कहा था कि उसने “कुछ भी गलत नहीं किया है”। अय्यर ने एक बयान में कहा था, ”हम खुद को अनुपालन के उच्चतम मानकों पर कायम रखते हैं और आश्वस्त हैं कि हमने कुछ भी गलत नहीं किया है। हम अधिकारियों के किसी भी प्रश्न का समाधान करने के लिए उनके साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
सीपीआर 1973 से एक अग्रणी नीति थिंक-टैंक है, जो भारत की 21वीं सदी की चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए नीति-प्रासंगिक मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर उन्नत और गहन शोध करता है।