केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कनाडा में रह रहे गैंगस्टर लखबीर सिंह लांडा को आतंकवादी घोषित कर दिया है। विवरण के अनुसार, 33 वर्षीय गैंगस्टर खालिस्तानी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से संबंधित है और 2021 में मोहाली में पंजाब पुलिस खुफिया मुख्यालय पर रॉकेट हमले की योजना में शामिल था।लांडा का नाम दिसंबर 2022 में तरनतारन के सरहाली पुलिस स्टेशन पर आरपीजी हमले के साथ-साथ अन्य आतंकवादी गतिविधियों में भी शामिल होने के मामले में सामने आया था।
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लांडा पाकिस्तान से भारत में हथियारों और इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) की तस्करी की निगरानी करता है। वह पिछले साल 9 मई को मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर रॉकेट चालित ग्रेनेड (आरपीजी) हमले का मास्टरमाइंड है और इस संबंध में पंजाब पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को उसकी तलाश है।
गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, लांडा कनाडा स्थित खालिस्तान समर्थक तत्वों (पीकेई) के साथ भी निकटता से जुड़ा हुआ था, जिसमें मृतक खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के नेता हरदीप सिंह निज्जर और सिख्स फॉर जस्टिस का नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू शामिल था।
अधिसूचना में कहा गबैया, “लखबीर सिंह उर्फ लांडा, सीमा पार एजेंसी द्वारा समर्थित, मोहाली में पंजाब राज्य खुफिया मुख्यालय की इमारत पर कंधे पर लगे रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड के माध्यम से आतंकवादी हमले में शामिल था। वह पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए सीमा पार से विभिन्न मॉड्यूलों को इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी), हथियार, अत्याधुनिक हथियार, विस्फोटकों की आपूर्ति में शामिल रहा है।”
इसमें कहा गया है कि लांडा आतंकी मॉड्यूल को खड़ा करने, जबरन वसूली, हत्याएं, आईईडी लगाने, हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी और पंजाब और देश के अन्य हिस्सों में आतंकवादी कृत्यों के लिए धन या आय का उपयोग करने से संबंधित विभिन्न आपराधिक मामलों में भी शामिल था।
अधिसूचना में कहा गया है कि इसके अलावा, गैंगस्टर भारत के विभिन्न हिस्सों में लक्षित हत्याओं, जबरन वसूली और अन्य राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल है।
यह आतंकवादी मूल रूप से पंजाब का रहने वाला है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से कनाडा में रह रहा है। वह भारत के खिलाफ साजिश रचने में शामिल रहा है।
इस साल सितंबर में, पंजाब पुलिस ने कनाडा स्थित आतंकवादी के करीबी सहयोगियों से जुड़े 48 स्थानों पर छापे मारे थे।
यह कार्रवाई 21 सितंबर को एक व्यापारी पर दो हमलावरों द्वारा हमला किए जाने के बाद हुई है। व्यापारी ने कहा था कि उसे किसी ऐसे व्यक्ति का फोन आया जिसने खुद को लंडा हरिके होने का दावा किया और 15 लाख रुपये की मांग की। छापेमारी के बाद कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
लांडा के खिलाफ 2021 में लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया था और एनआईए ने उस पर इनाम भी घोषित किया है।