उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में ड्राइवर के पद पर तैनात एक होम गार्ड जवान सत्यापन अभियान के दौरान हिस्ट्रीशीटर अपराधी निकला है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कमलेश यादव यूपी 112 के बरहज थाने से जुड़े पुलिस रिस्पांस वाहन में चालक के पद पर कार्यरत था। होमगार्ड कमलेश यादव 2004 में विभाग में शामिल और पिछले छह महीने से देवरिया में डायल 112 पुलिस आपातकालीन हेल्पलाइन वाहन के चालक के रूप में नियुक्त था। देवरिया के एसपी संकल्प शर्मा ने कमलेश को हटा दिया है और उनके खिलाफ जांच के आदेश दिये हैं।
जिले के सभी पुलिस स्टेशनों द्वारा हिस्ट्रीशीटरों के सत्यापन के लिए उनके ठिकानों का पता लगाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के दौरान कमलेश की आपराधिक पृष्ठभूमि सामने आई। पुलिस अधीक्षक, देवरिया, संकल्प शर्मा ने जांच के आदेश दिए हैं कि कैसे होमगार्ड पुलिस अधिकारियों को गुमराह करने में कामयाब रहा और इतने लंबे समय तक पुलिस बल में काम कर रहा था।
संपर्क करने पर एसपी ने बताया कि होमगार्ड कमलेश यादव को ड्यूटी से हटा दिया गया है और कार्रवाई करने और मामले को देखने के लिए देवरिया होमगार्ड कमांडेंट को पत्र भेजा गया है। शर्मा ने कहा, “मैंने सलेमपुर के सर्किल अधिकारी को मामले की विस्तृत जांच करने और जल्द से जल्द एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।”
कमलेश यादव देवरिया के बरहज थाना क्षेत्र के करजहा गांव का रहने वाला है। कमलेश पर बरहज थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं।
सलेमपुर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ”मैंने होमगार्ड विभाग से कमलेश यादव के बारे में विवरण मांगा है।” जांच अधिकारी ने जो ब्योरा मांगा है, उसमें यह भी शामिल है कि कमलेश कब से होमगार्ड के पद पर कार्यरत है और अब तक वह किन-किन स्थानों पर तैनात रहा है।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “इसकी जांच करने की ज़रूरत है कि कमलेश अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने के बावजूद कैसे होमगार्ड के रूप में काम कर रहा था… और उसके दस्तावेजों की कभी जांच क्यों नहीं की गई। हमें यह भी जांचना होगा कि उसने विभाग में शामिल होते समय कौन से दस्तावेज और पता उपलब्ध कराया था।”
सूत्रों ने बताया कि कमलेश 2004 से होम गार्ड के तौर पर काम कर रहा था लेकिन उसके खिलाफ मामले 2005 में दर्ज किए गए थे। कमलेश की हिस्ट्रीशीट 2006 में खोली गई थी।
बरहज स्टेशन हाउस ऑफिसर जितेंद्र सिंह ने कहा कि पुलिस के पास उपलब्ध रिकॉर्ड के अनुसार, कमलेश के खिलाफ पांच आपराधिक मामले थे – एक 2005 में हत्या के प्रयास के आरोप में बरहज में दर्ज था और बाकी भलुवानी पुलिस स्टेशन में अपहरण, यूपी गैंगस्टर एक्ट सहित विभिन्न आरोपों में दर्ज था। पुलिस कमलेश के खिलाफ दर्ज मुकदमों और उनकी मौजूदा स्थिति का ब्योरा जुटा रही है।
सिंह ने कहा, “दो मामलों में, कमलेश को अदालत से क्लीन चिट मिल गई। गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला अभी भी अदालत में लंबित है। उन्होंने कहा, कमलेश ने लंबित मामलों में जमानत ले ली है।
गोरखपुर जोनल कमांडेंट केएस मिश्रा ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, ”अगर आरोप सही हैं तो इस होमगार्ड को नौकरी से हटा दिया जाएगा।”