इस साल के अंत में होने वाले तेलंगाना चुनाव से पहले पूर्व कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने छह गारंटियों की घोषणा करते हुए कहा कि तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी की सरकार देखना उनका सपना है। तुक्कुगुडा में एक रैली को संबोधित करते हुए सोनिया ने कहा कि उन्हें तेलंगाना के जन्म का हिस्सा बनने का मौका मिला था।
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उन्होंने छह गारंटियों की घोषणा की – महालक्ष्मी, रायथु भरोसा, गृह ज्योति, इंदिराम्मा इंदलू, युवा विकासम और चेयुथा। उन्होंने कहा, “तेलंगाना में कांग्रेस सरकार देखना मेरा सपना है, जो समाज के सभी वर्गों के लिए काम करेगी।”
सोनिया गांधी ने कहा, “तेलंगाना के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए, महालक्ष्मी योजना के तहत तेलंगाना में महिलाओं को प्रति माह 2,500 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी, 500 रुपये में गैस सिलेंडर और राज्य भर में टीएसआरसी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा की जाएगी। हम 6 गारंटियों की घोषणा कर रहे हैं और हम उनमें से प्रत्येक को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
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प्रत्येक गारंटी से जुड़े लाभ ये हैं:
1. महा लक्ष्मी योजना:
– हर माह महिलाओं को 2,500 रुपये
– राज्य में महिलाओं के लिए फ्री बस यात्रा
– 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर
2. रायथु भरोसा:
– किसानों को 15,000 रुपए प्रति एकड़ सालाना
– खेतिहर मजदूरों को 12,000 रुपए सालाना
– धान के लिए 500 रुपए का बोनस
3. युवा विकासम:
– छात्रों की शिक्षा के लिए ₹5 लाख का विद्या भरोसा कार्ड
– राज्य के हर मंडल में तेलंगाना इंटरनेशनल स्कूल
4. इंदिरा अम्मा इंदलू:
– राज्य में आवास विहीन लोगों के घर के लिए जमीन और 5 लाख की सहायता
– तेलंगाना आंदोलन में शामिल कार्यकर्ताओं के लिए 250 वर्ग गज भूमि
5. गृह ज्योति:
– हर घर को 200 यूनिट फ्री बिजली
6. चेयुथा:
– बुजुर्गों को 4000 रुपये प्रति माह पेंशन
– 10 लाख रुपये का राजीव आरोग्य श्री बीमा
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CWC की बैठक में मतदाताओं से अपील की गई कि ‘बंगारू’ (स्वर्णिम) तेलंगाना के सपने को फिर से साकार करने और तेलंगाना के लोगों को वह भविष्य देने का समय है जिसके वे हकदार हैं। कांग्रेस ने कहा कि 2014 में तेलंगाना राज्य के निर्माण के साथ तेलंगाना के लोगों का संघर्ष सफल हुआ था। पार्टी ने कहा कि तेलंगाना के लोग एक ‘बंगारू’ तेलंगाना की आशा और कामना करते थे। सीडब्ल्यूसी ने अपने बयान में तेलंगाना राज्य के गठन के दौरान कांग्रेस की अहम भूमिका को याद किया। उन्होंने दावा किया कि जिस सपने के लिए लोगों ने तेलंगाना के लिए लड़ाई लड़ी वह अधूरा रह गया है। पार्टी ने कहा कि तेलंगाना के गठन के 9 साल बाद सीडब्ल्यूसी ये महसूस करती है कि स्वर्णिम तेलंगाना का सपना अधूरा रह गया है, क्योंकि यहां के लोगों को दिल्ली और हैदराबाद दोनों सरकारों ने धोखा दिया है।
छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मिजोरम, राजस्थान और तेलंगाना में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होंगे।
अपने भाषण का समापन करते हुए कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष ने कहा, “मुझे अपने सहयोगियों के साथ इस महान राज्य तेलंगाना के जन्म का हिस्सा बनने का अवसर मिला। अब इसे नई ऊंचाई पर ले जाना हमारा कर्तव्य है।”
इससे पहले रविवार को हैदराबाद में दो दिवसीय कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक संपन्न हुई, जिसमें पार्टी नेताओं ने पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों में “स्पष्ट जनादेश” प्राप्त करने के बारे में आशावाद व्यक्त किया। बैठक के दौरान सभी चुनावी राज्यों के कांग्रेस प्रमुखों ने अपनी रणनीति और तैयारियों के बारे में प्रेजेंटेशन दिया है। पुनर्गठित सीडब्ल्यूसी की पहली बैठक शनिवार को हुई थी। रविवार को सीडब्ल्यूसी की विस्तारित बैठक हुई।