18 सितंबर से शुरू होने वाला संसद का विशेष सत्र पुरानी इमारत में शुरू होगा। 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के अवसर पर संसदीय कामकाज नए संसद भवन में स्थानांतरित हो जाएगा, जिसका उद्घाटन इस साल 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।
The Special Session of Parliament will start in the old building on 18th September and will be later moved to the new building on 19th September on the occasion of Ganesh Chaturthi: Sources pic.twitter.com/nMS1nr3WsB
— ANI (@ANI) September 6, 2023
सूत्रों ने कहा, “संसद का विशेष सत्र 18 सितंबर को पुराने भवन में शुरू होगा और बाद में गणेश चतुर्थी के अवसर पर 19 सितंबर को नए भवन में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। ये सत्र 18 सितंबर से शुरू होकर 22 सितंबर तक चलेगा।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी और इसी साल 28 मई को इसका उद्घाटन किया था। देश में कोरोना महामारी की वजह से इसे बनने समय लग गया। नए संसद भवन की लोकसभा में 888 और राज्यसभा में 384 सांसदों के बैठने की क्षमता है। 862 करोड़ रुपयों की लागत से बना ये संसद भवन 64 हजार 500 वर्ग मीटर में फैला हुआ है।
नई बिल्डिंग की सबसे बड़ी विशेषता संविधान हॉल है। कहा जा रहा है कि इस हॉल में संविधान की कॉपी रखी जाएगी। इसके अलावा महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाषचंद्र बोस, देश के प्रधानमंत्रियों की बड़ी तस्वीरें भी लगाई गई हैं।
शनिवार को लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय ने बताया कि संसद के दोनों सदनों का सत्र प्रश्नकाल के बिना आयोजित किया जाएगा। सचिवालय ने कहा कि सत्र में पांच बैठकें होंगी और सदस्यों को अनंतिम कैलेंडर के बारे में अलग से सूचित किया जाएगा।
18 से 22 सितंबर तक संसद के विशेष सत्र की घोषणा गुरुवार को संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने की थी, जिन्होंने इसके एजेंडे को गुप्त रखा।
आम तौर पर, एक वर्ष में तीन संसदीय सत्र आयोजित किए जाते हैं – बजट, मानसून और शीतकालीन सत्र। आगामी विशेष सत्र मौजूदा लोकसभा का आखिरी सत्र हो सकता है।
सांसदों के ग्रुप फोटो के लिए भी व्यवस्था की जा रही है। हालांकि कुछ लोगों ने बताया कि ऐसा नए संसद भवन में संभावित स्थानांतरण के कारण हो सकता है।