केंद्र सरकार पर ताजा हमला करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दावा किया है कि राष्ट्रपति भवन में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज के निमंत्रण पर पारंपरिक ‘भारत के राष्ट्रपति’ के बजाय ‘भारत के राष्ट्रपति’ अंकित है।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने लिखा कि, ‘तो ये खबर वाकई सच है। राष्ट्रपति भवन ने 9 सितंबर को G20 रात्रिभोज के लिए सामान्य ‘भारत के राष्ट्रपति’ के बजाय ‘भारत के राष्ट्रपति’ के नाम पर निमंत्रण भेजा है। इसकी पुष्टि करते हुए निमंत्रण पत्र की एक तस्वीर भी सामने आई है। यह निमंत्रण एक मंत्री के नाम पर आया है, जिस पर ‘भारत के राष्ट्रपति’ दर्ज है।
जयराम ने आगे लिखा, संविधान में अनुच्छेद 1 के मुताबिक, INDIA जिसे भारत कहते हैं वह राज्यों का एक संघ होगा, लेकिन अब इस राज्यों के संघ पर भी हमला हो रहा है।
So the news is indeed true.
Rashtrapati Bhawan has sent out an invite for a G20 dinner on Sept 9th in the name of 'President of Bharat' instead of the usual 'President of India'.
Now, Article 1 in the Constitution can read: “Bharat, that was India, shall be a Union of States.”…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) September 5, 2023
भारत के संविधान के अनुच्छेद 1 में लिखा है: “इंडिया, जो कि भारत है, राज्यों का एक संघ होगा।”
जबकि जयराम रमेश सरकार द्वारा जारी निमंत्रण कार्ड पर ‘भारत के राष्ट्रपति’ के उपयोग की आलोचना कर रहे हैं, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा एक कदम आगे बढ़ गए और भारत को “भारत गणराज्य” घोषित कर दिया।
उन्होंने लिखा, रिपब्लिक ऑफ भारत- खुश और गौरान्वित महसूस कर रहा हूं। हमारी सभ्यता अमृत काल की ओर तेजी से बढ़ रही है।
REPUBLIC OF BHARAT – happy and proud that our civilisation is marching ahead boldly towards AMRIT KAAL
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) September 5, 2023
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने X हैंडल पर इस मामले को लेकर लिखा, ‘कांग्रेस को देश के सम्मान एवं गौरव से जुड़े हर विषय से इतनी आपत्ति क्यों है? भारत जोड़ो के नाम पर राजनीतिक यात्रा करने वालों को भारत माता की जय के उद्घोष से नफरत क्यों है? स्पष्ट है कि कांग्रेस के मन में न देश के प्रति सम्मान है, न देश के संविधान के प्रति और न ही संवैधानिक संस्थाओं के प्रति। उसे तो बस एक विशेष परिवार के गुणगान से मतलब है। कांग्रेस की देश विरोधी एवं संविधान विरोधी मंशा को पूरा देश भलीभांति जानता है।’
कांग्रेस को देश के सम्मान एवं गौरव से जुड़े हर विषय से इतनी आपत्ति क्यों है?
भारत जोड़ो के नाम पर राजनीतिक यात्रा करने वालों को “भारत माता की जय” के उद्घोष से नफरत क्यों है?
स्पष्ट है कि कांग्रेस के मन में न देश के प्रति सम्मान है, न देश के संविधान के प्रति और न ही संवैधानिक…
— Jagat Prakash Nadda (Modi Ka Parivar) (@JPNadda) September 5, 2023
आप नेता राघव चड्ढा ने पोस्ट किया कि जी20 सम्मेलन के इन्विटेशन कार्ड पर प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसीडेंट ऑफ भारत लिखकर बीजेपी ने एक नई बहस छेड़ दी है। भाजपा INDIA को कैसे खत्म कर सकती है। देश किसी राजनीतिक दल का नहीं है; यह 135 करोड़ भारतीयों का है। हमारी राष्ट्रीय पहचान भाजपा की निजी संपत्ति नहीं है जिसे वह अपनी इच्छानुसार बदल सके।
The BJP's recent move to change the reference from 'President of India' to 'President of Bharat' on official G20 summit invitations has raised eyebrows and ignited a public debate. How can the BJP strike down 'INDIA'? The country doesn't belong to a political party; it belongs to… pic.twitter.com/riYNdQBkYa
— Raghav Chadha (@raghav_chadha) September 5, 2023
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “अगर कुछ पार्टियों का गठबंधन इंडिया बन जाता है तो क्या वे देश का नाम बदल देंगे? देश 140 करोड़ लोगों का है, किसी पार्टी का नहीं। मान लीजिए कि अगर इंडिया गठबंधन अपना नाम भारत रखता है तो क्या वे भारत का नाम बदलकर बीजेपी करेंगे।” यह कैसा मजाक है?…बीजेपी सोच रही है कि उनके वोटों की संख्या कम हो जाएगी इसलिए उन्हें भारत का नाम बदल देना चाहिए।”
#WATCH | Delhi: "If an alliance of some parties become India, would they change the name of the country? The country belongs to 140 crore people, not to a party. Let's assume if the India alliance renames itself as Bharat, would they rename Bharat as BJP then?… What's this… pic.twitter.com/NGfyY9J9P7
— ANI (@ANI) September 5, 2023
इससे पहले RSS ने भी कहा था कि देश का एक नाम, सिर्फ भारत होन चाहिए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने बीते शुक्रवार को कहा था कि इंडिया की जगह भारत का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। उन्होंने लोगों से यह अपनी आदत में शुमार करने की अपील भी की थी। उन्होंने कहा था कि भारत नाम प्राचीन काल से चला आ रहा है और इसे आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
RSS supremo Mohan Bhagwat requested people to use ''BHARAT'' instead of "INDIA" pic.twitter.com/sKoERF8vOd
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) September 2, 2023
वहीं इस मुद्दे पर राजद सांसद मनोज झा ने कहा, “अभी कुछ हफ्ते ही हुए हैं जब हमने अपने गठबंधन का नाम भारत रखा है और बीजेपी ने ‘रिपब्लिक ऑफ इंडिया’ की जगह ‘रिपब्लिक ऑफ भारत’ लिखकर निमंत्रण भेजना शुरू कर दिया है। संविधान के अनुच्छेद 1 में लिखा है ‘इंडिया दैट इज भारत’। न आप हमसे इंडिया छीन पाएंगे और न ही भारत।”
#WATCH | On Congress leader Jairam Ramesh's claim that invitations to a G20 Summit dinner at Rashtrapati Bhawan sent in the name of ‘President of Bharat’, RJD MP Manoj Jha says, "…It has just been a few weeks since we named our alliance as INDIA and BJP has started sending… pic.twitter.com/wCs5WCwRAB
— ANI (@ANI) September 5, 2023
इसका जवाब देते हुए केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, “उन्हें हर चीज से समस्या है और मुझे नहीं है। मैं ‘भारतवासी’ हूं, मेरे देश का नाम ‘भारत’ था और हमेशा ‘भारत’ ही रहेगा। अगर कांग्रेस को इससे दिक्कत है तो उन्हें इसका इलाज खुद ढूंढना चाहिए।”
#WATCH | On Congress leader Jairam Ramesh's claim that invitations to a G20 Summit dinner at Rashtrapati Bhawan sent in the name of ‘President of Bharat’, Union Minister of State for Electronics and IT Rajeev Chandrasekhar says, "They have a problem with everything and I do not… pic.twitter.com/AI140BNPa0
— ANI (@ANI) September 5, 2023
‘इंडिया’ का नाम बदलकर ‘भारत’ करने की मांग-
भारत का संविधान वर्तमान में देश को “इंडिया, यानी भारत” के रूप में संदर्भित करता है। लेकिन 18-13 सितंबर को होने वाले संसद के विशेष सत्र से पहले, इसे केवल “भारत” करने के लिए संशोधन करने की मांग बढ़ रही है।
संसद के मानसून सत्र में बीजेपी के राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने संविधान से ‘इंडिया’ शब्द को हटाने की मांग करते हुए तर्क दिया था कि यह औपनिवेशिक गुलामी का प्रतीक है। उनकी भावना को साथी भाजपा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने भी दोहराया था, जिन्होंने “इंडिया” को “भारत” से बदलने के लिए संवैधानिक संशोधन का आह्वान किया था।
सिंह ने कहा था, ”पूरा देश मांग कर रहा है कि हमें ‘इंडिया’ की जगह ‘भारत’ शब्द का इस्तेमाल करना चाहिए… ‘इंडिया’ शब्द अंग्रेजों द्वारा हमें दी गई एक गाली है जबकि ‘भारत’ शब्द हमारी संस्कृति का प्रतीक है। मैं चाहता हूं कि हमारे संविधान में बदलाव हो और इसमें ‘भारत’ शब्द जोड़ा जाए।”
18 सितंबर को संसद का विशेष सत्र शुरू होने के साथ, ऐसी अटकलें हैं कि इस बदलाव को प्रभावी बनाने के लिए एक संवैधानिक संशोधन विधेयक पेश किया जा सकता है। हालांकि सत्र का एजेंडा अभी तक जारी नहीं किया गया है, लेकिन ऐसे विधेयक की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
दिल्ली मेगा जी20 शिखर सम्मेलन के लिए तैयार-
G20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 2023 9-10 सितंबर को प्रगति मैदान में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र के भारत मंडपम में होगा। वर्तमान में G20 की अध्यक्षता भारत के पास है। बहुराष्ट्रीय कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन, ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन, ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री एंथनी अल्बनीस, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़, जापान के प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा भाग लेंगे। जबकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति की पुष्टि नहीं की है, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इसमें भाग नहीं लेंगे। जी20 शिखर सम्मेलन में चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व प्रधानमंत्री ली कियांग करेंगे।