उत्तर प्रदेश से एक अजीबो गरीब खबर सामने आई है। एक 16 वर्षीय लड़की को छेड़छाड़ का विरोध करने पर पुरुषों के एक समूह द्वारा कथित तौर पर जबरन सैनिटाइजर पीने के लिए मजबूर किया गया। इस घटना में उसकी मौत हो गई। लड़की के परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव को सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन किया। जाम के कारण दो घंटे से अधिक समय तक यातायात बाधित रहा।
पुलिस ने बताया कि 28 जुलाई को 11वीं कक्षा की छात्रा स्कूल से घर लौट रही थी, तभी मठ लक्ष्मीपुर इलाके के रहने वाले एक आरोपी उदेश राठौड़ (21) ने उसे रोका और उसका यौन उत्पीड़न करने का प्रयास किया।
पुलिस अधीक्षक (शहर) राहुल भाटी ने कहा कि राठौड़ के साथ तीन अन्य लोग भी शामिल थे और जब लड़की ने उनकी छेड़छाड़ का विरोध किया, तो उन्होंने उसे सैनिटाइजर पीने के लिए मजबूर किया।
जब पीड़िता के भाई ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की, तो आरोपियों ने उसे पीटा। एसपी ने कहा, उन्होंने घटना का एक वीडियो भी रिकॉर्ड किया और इसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया।
जबरदस्ती सैनिटाइजर पिलाने के बाद लड़की की हालत बिगड़ गई और उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने बताया कि बाद में उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
भाटी ने कहा, “पोस्टमॉर्टम में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई शुरू की जाएगी।” भाटी ने बताया कि शाम को पोस्टमार्टम के बाद शव घर ले जाते समय परिजनों ने सड़क पर रख दिया।
पुलिस ने बताया कि निष्पक्ष जांच और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद उन्होंने करीब ढाई घंटे बाद जाम हटा लिया। उन्होंने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की गई हैं।