रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक जवान ने जयपुर से मुंबई जा रही ट्रेन में सवार चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। पीड़ितों में तीन यात्री और एक आरपीएफ सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) शामिल हैं। रेलवे सुरक्षा बल के कांस्टेबल चेतन ने चारों पीड़ितों को गोली मार दी। घटना सोमवार सुबह करीब 5 बजे वापी से बोरीवली से मीरा रोड स्टेशन के बीच हुई। अधिकारियों के मुताबिक, कांस्टेबल चेतन कुमार ने चलती ट्रेन में अपने एस्कॉर्ट ड्यूटी प्रभारी एएसआई टीका राम मीना की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद वह दूसरे कोच में गया और तीन यात्रियों की गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपी कांस्टेबल को मुंबई रेलवे पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किए जाने से पहले आरोपी ने घटनास्थल से भागने की कोशिश की।
Four people were shot dead in the firing incident inside the Jaipur Express train (12956). The accused has been arrested.
Visuals from Mumbai Central Railway Station pic.twitter.com/RgNjYOTbMD
— ANI (@ANI) July 31, 2023
यह घटना सुबह करीब 2:50 बजे हुई जब जयपुर-मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस पालघर रेलवे स्टेशन के पास थी। चेतन कुमार, दो अन्य कांस्टेबलों और सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) टीकाराम के साथ, ट्रेन को एस्कॉर्ट करने के लिए जिम्मेदार थे। ग्रुप अपना काम पूरा करने के लिए मुंबई सेंट्रल की ओर जा रहा था। आरपीएफ सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा कारणों से एक्सप्रेस ट्रेनों के एस्कॉर्ट के लिए वरिष्ठ अधिकारियों और कांस्टेबलों की एक टीम को नियुक्त करना मानक अभ्यास है। चेतन कुमार उस एस्कॉर्ट टीम का हिस्सा थे, जिसने सूरत रेलवे स्टेशन तक ट्रेन से यात्रा की, जहां उन्होंने अपनी ड्यूटी फिर से शुरू करने से पहले कुछ घंटों तक आराम किया।
जैसे ही ट्रेन पालघर रेलवे स्टेशन से गुज़री, चेतन कुमार ने अप्रत्याशित रूप से अपने स्वचालित हथियार, एक AKM (AK-47 का संशोधित संस्करण) से फायरिंग शुरू कर दी। उन्होंने 12 राउंड फायरिंग की, जिससे एएसआई टीकाराम और तीन यात्रियों की मौत हो गई।
हिंसा के इस कृत्य के पीछे सटीक मकसद की जांच की जा रही है, लेकिन शुरुआती रिपोर्टों से पता चलता है कि चेतन कुमार मानसिक परेशानी से पीड़ित थे और उनकी शिकायतें थीं, जो संभवतः उत्पीड़न से संबंधित थीं।
उत्पात मचाने के बाद, ट्रेन के विरार स्टेशन से निकलने के कुछ देर बाद ही आरोपी ने आपातकालीन चेन खींच दी। ट्रेन मीरा रोड स्टेशन पर रुकी और चेतन ने भागने का प्रयास किया, लेकिन साथी अधिकारियों की सतर्कता के कारण भागने से पहले ही उसे पकड़ लिया गया।
बाद में अधिकारी ट्रेन और मृतकों के शवों को बोरीवली रेलवे स्टेशन ले गए, जहां पास के एक सरकारी अस्पताल ने पोस्टमार्टम की सुविधा प्रदान की।
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के हाथरस के रहने वाले चेतन कुमार पहले गुजरात में तैनात थे। उन्हें हाल ही में मुंबई सौंपा गया था।
पश्चिम रेलवे के CPRO सुमित ठाकुर ने कहा, “इस घटना में कुल चार लोगों को गोली लगी है जिसमें से 3 आम नागरिक हैं और एक ASI टीकाराम मीणा है जो राजस्थान के रहने वाले हैं। अन्य 3 नागरिकों की पहचान की जा रही है। सभी को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है। आरोपी का नाम चेतन कुमार बताया जा रहा है। वह घटना को अंजाम देकर दहिसर स्टेशन के पास चेन खींचकर उतर गया था। उसने अपने ऑफिसियल गन से इस घटना को अंजाम दिया। इस घटना की अभी वजह पता नहीं चल पाई है। इसकी जांच की जा रही है।”
#WATCH | CPRO Western Railway, says "An unfortunate incident has been reported today in Mumbai-Jaipur Superfast Express. An RPF constable, Chetan Kumar opened fire on his colleague ASI Tikaram Meena and during the incident, three other passengers were also shot. According to a… pic.twitter.com/mzVnz7Rn7v
— ANI (@ANI) July 31, 2023
DRM नीरज वर्मा कि सुबह करीब 6 बजे हमें पता चला कि एस्कॉर्टिंग ड्यूटी पर तैनात एक आरपीएफ कांस्टेबल ने गोलियां चलाई…चार लोगों को गोली लगी हैं…हमारे रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे। परिजनों से संपर्क किया गया है। मृतक एएसआई टीकाराम मीणा के परिजनों के लिए अनुग्रह राशि की घोषणा की गई है। रेलवे सुरक्षा कल्याण निधि से 15 लाख रुपये, अंतिम संस्कार के लिए 20,000 रुपये, मृत्यु सह सेवानिवृत्ति ग्रेच्युटी के रूप में 15 लाख रुपये और सामान्य बीमा योजना के रूप में 65,000 रुपये दिए जाएंगे।
Mumbai-Jaipur Express shooting incident | Ex-gratia announced for the next of kin of deceased ASI Tikaram Meena. Rs 15 lakhs will be given from Railway Surksha Kalyan Nidhi, Rs 20,000 for funeral expenses, Rs 15 lakhs as Death cum Retirement Gratuity, Rs 65,000 as General… https://t.co/KqET4hEAtT
— ANI (@ANI) July 31, 2023
इस घटना को लेकर पश्चिमी रेलवे पुलिस आयुक्त ने कहा कि, “वह (आरपीएफ कांस्टेबल, चेतन कुमार) ठीक महसूस नहीं कर रहे थे और अपना धैर्य खो बैठे थे…कोई बहस नहीं हुई।”