दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कैबिनेट फेरबदल को मंजूरी दे दी है। आतिशी को वित्त और रेवेन्यू मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है। आतिशी पहले से ही शिक्षा मंत्री हैं। आतिशी के पास अब शिक्षा और बिजली समेत 12 विभाग हैं। 42 साल की आतिशी मर्लेना को पहली बार मंत्रालय में शामिल किया गया था और कुछ ही वक्त में उनका कद बहुत ज्यादा बढ़ गया है।
पहले ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सत्तारूढ़ पार्टी और दिल्ली के उपराज्यपाल के बीच गतिरोध जारी है। आम आदमी पार्टी ने उपराज्यपाल सक्सेना पर कैबिनेट फेरबदल से संबंधित फाइल को मंजूरी नहीं देने का आरोप लगाया था, जो चार दिन पहले भेजी गई थी। उपराज्यपाल कार्यालय ने आरोप से इनकार किया और कहा कि फाइल पर बुधवार को हस्ताक्षर किए गए और सरकार को भेज दी गई। लेकिन दिल्ली सरकार ने कहा कि उसे उपराज्यपाल कार्यालय से अभी तक हस्ताक्षरित फाइल नहीं मिली है।
मंत्रिमंडल में इससे पहले वित्त और रेवेन्यू विभाग का जिम्मा पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के पास था। लेकिन वह शराब घोटाले से जुड़े मामले में जेल में हैं, उनके बाद कुछ वक्त के लिए यह जिम्मेदारी कैलाश गहलोत को दी गई थी। हालांकि, अब फिर से बदलाव करते हुए आतिशी को वित्त मंत्रालय दिया गया है।
दिल्ली सरकार में पिछले कुछ महीनों में मंत्री पदों पर पहले ही कई बार फेरबदल हो चुका है। मनी लॉन्ड्रिंग के अलग-अलग मामलों में जेल में बंद मनीष सिसौदिया और सत्येन्द्र जैन के इस्तीफे के बाद, इस साल मार्च में सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने मंत्री पद की शपथ ली थी।
आतिशी कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं और मनीष सिसोदिया की शिक्षा टीम की प्रमुख सदस्य थीं। उन्होंने पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से 2019 का लोकसभा चुनाव भी लड़ा था और भाजपा के गौतम गंभीर से हार गईं थीं।
दिल्ली मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित छह सदस्य हैं। केजरीवाल के पास कोई विभाग नहीं है।