प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दिल्ली में कैबिनेट मंत्रियों के साथ एक अहम बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी और कई अन्य मंत्री शामिल हुए। प्रधानमंत्री अपनी अमेरिका और मिस्र की राजकीय यात्रा समाप्त करने के बाद देर रात ही दिल्ली पहुंचे हैं।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi chairs an important meeting, in Delhi
PM arrived in Delhi last night after concluding his US and Egypt state visits. pic.twitter.com/Gb4i6XicnR
— ANI (@ANI) June 26, 2023
इससे पहले आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी से मुलाकात की और उन्हें मणिपुर के घटनाक्रम की जानकारी दी। यह ब्रीफिंग मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह द्वारा अमित शाह से उनके दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात करने और मणिपुर में पर एक रिपोर्ट सौंपने के एक दिन बाद दी गई है।
रविवार को मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने शाह को राज्य में स्थिति के बारे में जानकारी दी थी और कहा था कि राज्य और केंद्र सरकार काफी हद तक हिंसा को नियंत्रित करने में सक्षम हैं।
गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री को हर संभव मदद का आश्वासन दिया थी। बैठक के बाद सिंह ने कहा, “यह सभी हितधारकों, नागरिक निकायों, विधायकों और राजनीतिक नेताओं के लिए एक साथ बैठने और उन क्षेत्रों की पहचान करने का समय है जहां सभी को काम करना चाहिए।”
शाह ने शनिवार को एक सर्वदलीय बैठक की भी अध्यक्षता की थी, जिसमें 18 राजनीतिक दलों ने भाग लिया था। बैठक में पार्टी के प्रतिनिधियों ने जोर देकर कहा था कि केंद्र राज्य में शांति बहाल करने के लिए समयबद्ध कार्य योजना बनाए।
बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा और सीपीआई (एम) सांसद जॉन ब्रिटास सहित अन्य नेता उपस्थित थे।
गृह मंत्री ने बैठक में कहा था कि प्रधानमंत्री पहले दिन से ही हिंसा प्रभावित राज्य की स्थिति पर नजर रख रहे हैं और ‘पूरी संवेदनशीलता’ के साथ अधिकारियों का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
बैठक में अधिकारियों ने पार्टी प्रतिनिधियों को राज्य में 3 मई को हिंसा की पहली घटना के बाद से राज्य में लगभग 36,000 सुरक्षा कर्मियों को तैनात करके किए गए प्रयासों की विस्तृत जानकारी दी थी।
मंत्रालय ने कहा है कि मणिपुर में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा बल मानवीय अभियानों और क्षेत्र-वर्चस्व गश्त पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।