अयोध्या में भव्य राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की भव्य स्थापना की तैयारी चल रही है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। यह जानकारी सूत्रों के हवाले से आई है। राम मंदिर ट्रस्ट ने अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को रामलला विराजमान की पूजा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक औपचारिक अनुरोध पत्र भेजा है, जिसमें शुभ अवसर पर उनकी उपस्थिति की मांग की गई है। राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से जो पीएम मोदी को न्योता भेजा गया गया था, उस पर अभी प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है। वहीं अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अभी से तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।
इसके अलावा अयोध्या में सात दिवसीय उत्सव भी मनाया जाएगा। इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या में अपने हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन के विस्तार सहित बुनियादी ढांचे के कामों में तेजी लाई है, क्योंकि शहर जनवरी 2024 में राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारी कर रहा है।
अयोध्या में कई सड़क गलियारों में निर्माण कार्य भी तेज कर दिया गया है क्योंकि इससे श्रीराम जन्मभूमि और हनुमान गढ़ी मंदिर तक श्रद्धालुओं की आवाजाही में आसानी होगी। सूत्रों ने कहा कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ व्यक्तिगत रूप से विभिन्न स्थलों पर कार्यों की प्रगति की निगरानी कर रहे हैं।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि, “मंदिर में दिसंबर तक रामलला की मूर्ति स्थापित हो सकती है और जनवरी 2024 तक इसका उद्घाटन हो सकता है।” राय ने कहा, “मंदिर ट्रस्ट ने अभी तक तारीखों पर चर्चा नहीं की है। हालांकि, मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है और इसका उद्घाटन 31 दिसंबर से 15 जनवरी तक कभी भी किया जा सकता है।”
पूर्व में जारी एक बयान के मुताबिक, राम मंदिर पूर्व से पश्चिम तक 380 फुट लंबा, दक्षिण से उत्तर तक 250 फुट चौड़ा और 161 फुट ऊंचा है। शुद्ध ग्रेनाइट से बना इसका चबूतरा 16 फुट ऊंचा है और इसकी तीन मंजिलों पर 392 स्तंभ हैं।