हरियाणा के कुरुक्षेत्र में किसानों ने सोमवार को एक महापंचायत के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) को अवरुद्ध कर दिया गया। किसानों ने हरियाणा सरकार के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सूरजमुखी के बीज नहीं खरीदने के फैसले का विरोध किया है। एमएसपी की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी किसान नेशनल हाईवे पर पहुंच गए। वे कुरुक्षेत्र जिले में पिपली के पास फ्लाईओवर पर एकत्र हुए थे।
#WATCH | Haryana: Farmers with their tractors on roads of Kurukshetra as they gather here to hold Mahapanchyat over their demand for Minimum Support Price for sunflower seed. pic.twitter.com/5HOSvDEKww
— ANI (@ANI) June 12, 2023
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि, ‘MSP पर खरीद शुरू की जाए…हमने हाइवे जाम नहीं किया है, हम तो केवल यहां पर बैठे हैं। हमारी केवल दो मांगें हैं- हिरासत में लिए गए किसानों को रिहा करें और एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज खरीदना शुरू करें। हम सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं।
#WATCH | We have only two demands, release the farmers who were detained and start purchasing sunflower seeds at MSP. We are ready to hold discussions with the government: Farmer leader Rakesh Tikait in Haryana's Kurukshetra pic.twitter.com/nIsXzCNE3g
— ANI (@ANI) June 12, 2023
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसानों के प्रदर्शन पर कहा कि कुछ लोग राजनीतिक लाभ के लिए इन मुद्दों (पहलवानों के धरने का मुद्दे) को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं। केंद्र लगातार एक समाधान खोजने की कोशिश कर रहा है। बंद करने से पहले बातचीत का रास्ता खुला है।
प्रदर्शनकारी किसानों ने दावा किया कि राज्य सरकार एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज नहीं खरीद रही है, और उन्हें 6,400 रुपये एमएसपी के मुकाबले लगभग 4,000 रुपये प्रति क्विंटल पर अपनी उपज निजी खरीदारों को बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा है। उन्होंने सरकार द्वारा 6,400 रुपये प्रति क्विंटल के एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज की खरीद की मांग की।
बता दें कि किसानों की मांगें जब पूरी नहीं हुईं, तो उन्होंने 6 जून को कुरुक्षेत्र में दिल्ली-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया। इसके बाद पुलिस ने सड़क खाली कराने के लिए भीड़ पर लाठीचार्ज किया। इससे पहले बीते मंगलवार को भी किसानों ने कुरुक्षेत्र में चंडीगढ़-दिल्ली नेशनल हाइवे को जाम कर दिया था। इस दौरान किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया था और साथ ही लाठीचार्ज भी किया था।