ओडिशा को गुरुवार को अपनी पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रैन मिली। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 16 कोच वाली ट्रेन हावड़ा और पुरी के बीच 500 किमी की दूरी तय करेगी और अपनी यात्रा पूरी करने में लगभग साढ़े छह घंटे का समय लेगी। पीएम मोदी ने आज ओडिशा में 8,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई रेलवे परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी किया।
Hon'ble PM Shri @narendramodi flagged off Odisha's first #VandeBharatExpress for Puri-Kolkata (Howrah) and also inaugurated, dedicated & laid foundation stone for various rail infra projects today via video conferencing.#RailInfra4Odisha pic.twitter.com/26k2AVVqZQ
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) May 18, 2023
प्रधानमंत्री ने गुरुवार को वर्चुअली पुरी और कटक रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला भी रखी और कई रेलवे परियोजनाओं का शिलान्यास कर राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि पिछले 8-9 वर्षों में ओडिशा में रेल परियोजनाओं के बजट में काफी वृद्धि की गई है।
PM Shri @narendramodi launches railway projects in Odisha, flags off Vande Bharat Express between Puri and Howrah. https://t.co/Bx8uXxWS5T
— BJP (@BJP4India) May 18, 2023
पीएम ने कहा कि आज ओडिशा और प.बंगाल के लोगों को वंदे भारत ट्रेन का उपहार मिल रहा है। वंदे भारत ट्रेन आधुनिक भारत और आकांक्षीय भारतीय दोनों का प्रतीक बन रहा है। उन्होंने कहा- ‘2014 के पहले 10 वर्षों में यहां हर वर्ष औसतन 20 किमी के आसपास ही रेल लाइनें बिछाई जाती थीं जबकि 2022-23 में यहां पर 120 किमी के आसपास नई रेल लाइनें बिछाई गई हैं।‘
पीएम ने कहा कि आज जब ‘वंदे भारत’ एक स्थान से दूसर स्थान पर यात्रा करते हुए गुजरती है तो उसमें भारत की गति और प्रगति दिखाई देती है। अब कोलकाता से पूरी जाना हो या पूरी से कोलकाता ये यात्रा केवल साढ़े 6 घंटे की हो गई है। उन्होंने कहा- ये समय आजादी के अमृतकाल का समय है, भारत की एकता को और मजबूत करने का समय है। जिनती ज्यादा एकता होगी, भारत का सामूहिक सामर्थ्य उतना ही ज्यादा शिखर पर पहुंचेगा। ‘वंदे भारत ट्रेनें’ इस भावना का भी प्रतिबिंब हैं। इस अमृतकाल में वंदे भारत ट्रेनें विकास का इंजन भी बन रही हैं और ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की भावना को भी आगे बढ़ा रही हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते वर्षों में भारत ने कठिन से कठिन वैश्विक हालातों में भी अपने विकास की गति को बनाए रखा है। इसके पीछे एक बड़ा कारण है कि इस विकास में हर राज्य की भागीदारी है, देश हर राज्य को साथ लेकर आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने टेक्नोलॉजी का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘आज का नया भारत टेक्नोलॉजी भी खुद बना रहा है और नई सुविधाओं को तेजी से देश के कोने-कोने में पहुंचा भी रहा है। ये वंदे भारत ट्रेन, भारत ने अपने बलबूते ही बनाई है। आज भारत अपने बलबूते ही 5G टेक्नोलॉजी विकसित कर उसे देश के दूर-सुदूर क्षेत्र में लेकर जा रहा है। हमारी ‘वंदे भारत ट्रेनें’ भी अब उत्तर से लेकर दक्षिण तक, पूरब से लेकर पश्चिम तक देश के हर किनारे को स्पर्श करती हैं।’
पीएम ने बताया कि, “भारत ने कोरोना जैसी महामारी की स्वदेशी वैक्सीन तैयार करके भी दुनिया को चौंका दिया था। इन सब प्रयासों में समान बात ये है कि ये सारी सुविधाएं किसी एक शहर या राज्य तक सीमित नहीं रहीं बल्कि सबके पास तेजी से पहुंचीं। जहां आधारभूत संरचना का विकास होता है, वहां लोगों का विकास भी तेजी से होता है। आधारभूत संरचना से लोगों का सिर्फ जीवन ही आसान नहीं होता बल्कि ये समाज को भी सशक्त करता है।”
पीएम ने सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि ‘पीएम सौभाग्य योजना’ के तहत भारत सरकार ने 2.5 करोड़ से अधिक घरों को मुफ्त बिजली कनेक्शन दिया है। इसमें ओडिशा के करीब 25 लाख और बंगाल के करीब सवा साठ लाख घर शामिल हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि, ‘भारत के तेज विकास के लिए, भारत के राज्यों का संतुलित विकास भी उतना ही आवश्यक है। आज देश का प्रयास है कि कोई भी राज्य संसाधनों के अभाव के कारण विकास की दौड़ में पिछड़ना नहीं चाहिए। भारत के तेज विकास के लिए, भारत के राज्यों का संतुलित विकास भी उतना ही आवश्यक है। आज देश का प्रयास है कि कोई भी राज्य संसाधनों के अभाव के कारण विकास की दौड़ में पिछड़ना नहीं चाहिए।‘