राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफ़ा वापस ले लिया है। शुक्रवार शाम को उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा करते हुए कहा- मैं अपना फैसला वापस ले रहा हूं। पवार ने 2 मई को इस्तीफा दे दिया था। पवार द्वारा NCP अध्यक्ष के रूप में अपना इस्तीफा वापस लेने के बाद मुंबई के यशवंतराव चव्हाण केंद्र के बाहर NCP कार्यकर्ताओं ने जश्न भी मनाया। महाराष्ट्र में पार्टी कार्यकर्ताओं के विरोध की पृष्ठभूमि में एक समिति द्वारा उनके इस्तीफे को खारिज किए जाने के घंटों बाद यह घोषणा की गई।
#WATCH | Nationalist Congress Party (NCP) workers celebrate outside YB Chavan Centre in Mumbai as Sharad Pawar withdraws his resignation as the national president of the party. pic.twitter.com/l36qjDippY
— ANI (@ANI) May 5, 2023
शरद पवार ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा- “मैं आपकी भावनाओं का अपमान नहीं कर सकता। आपके प्यार की वजह से मुझसे इस्तीफा वापस लेने की मांग और एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा पारित प्रस्ताव का मैं सम्मान कर रहा हूं। मैं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के अपने निर्णय को वापस लेता हूं।”
एनसीपी प्रमुख शरद पवार से जब प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजित पवार की अनुपस्थिति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा- “एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हर कोई मौजूद नहीं हो सकता। कुछ लोग यहां हैं और कुछ अन्य नहीं हैं। लेकिन आज सुबह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सर्वसम्मति से फैसला लिया और मुझे इससे अवगत कराया. उस फैसले के जरिए सभी ने अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। इसलिए, यह सवाल उठाना कि यहां कौन मौजूद है और कौन नहीं है या इसका मतलब तलाशना सही नहीं है।”
पवार ने आगे कहा कि, “अन्य लोग यहां हैं। कमेटी ने यह फैसला लिया और उनके फैसले के बाद मैंने अपना फैसला वापस ले लिया। सभी एकजुट हैं और इस पर चर्चा कर रहे हैं। कमेटी में वरिष्ठ नेता हैं।”
वहीं पार्टी नेता जयंत पाटिल ने कहा कि, “अजीत पवार उनसे इस्तीफा वापस लेने का आग्रह करने के लिए वहां थे। पार्टी कार्यालय में फैसला होने के बाद जब हम पवार साहब के आवास पर गए तब भी वह वहां मौजूद थे। मुझे भी प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में पता नहीं था। मैं थोड़ी देर से पहुँचा। सबको नहीं बताया गया था।”
मालूम हो कि शरद पवार ने कहा था कि उन्हें 1999 में स्थापित पार्टी के प्रमुख के रूप में बने रहने के बारे में सोचने के लिए समय चाहिए। फिर उन्होंने खुद अजीत पवार, सुप्रिया सुले, पटेल और छगन भुजबल सहित अगले पार्टी प्रमुख को चुनने के लिए एक समिति गठित की। लेकिन शुक्रवार को हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में समिति ने पवार के पद छोड़ने के फैसले को खारिज कर दिया। एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने बैठक के बाद कहा था कि, “समिति ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है। यह सर्वसम्मति से उनके पद छोड़ने के फैसले को खारिज करता है और उनसे पार्टी अध्यक्ष बने रहने का आग्रह करता है।”
दिग्गज नेता शरद पवार का पद छोड़ने का फैसला उनके भतीजे अजीत पवार के अगले कदम पर अटकलों की पृष्ठभूमि में आया था, जहां कुछ लोगों ने दावा किया था कि अजीत भाजपा के साथ हाथ मिला सकते हैं।