भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा है कि हिंसा प्रभावित सूडान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए दो C-130s विमान और नौसैनिक जहाज INS सुमेधा स्टैंडबाय पर हैं और प्रयास जारी है। मंत्रालय ने अपने नवीनतम बयान में कहा कि भारत जटिल और उभरती सुरक्षा स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है और भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए विभिन्न भागीदारों के साथ निकटता से समन्वय भी कर रहा है।
मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि भारत, जटिल और उभरती सुरक्षा स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है और भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए विभिन्न भागीदारों के साथ निकटता से समन्वय भी कर रहा है।
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि, “हम भारतीयों को निकालने के लिए सभी तैयारी कर रहे हैं। भारत सरकार कई विकल्पों का अनुसरण कर रही है। दो भारतीय वायु सेना C-130J वर्तमान में जेद्दा में स्टैंडबाय पर तैनात हैं और INS सुमेधा पोर्ट सूडान पहुंच गया है।”
Situation in Sudan
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— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) April 23, 2023
बयान में आगे कहा गया है कि, “सूडान के अधिकारियों के अलावा, विदेश मंत्रालय और सूडान में भारतीय दूतावास भी संयुक्त राष्ट्र, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र और अमेरिका के साथ नियमित संपर्क में हैं।”
सूडान में सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच कई दिनों से भीषण युद्ध चल रहा है। सूडान में ये संघर्ष सेना के कमांडर जनरल अब्देल-फतह बुरहान और पैरामिलिट्री फोर्स के प्रमुख जनरल मोहम्मद हमदान डगालो के बीच हो रहा है। सूडान में निरंकुश उमर अल-बशीर के पतन के चार साल बाद और सैन्य तख्तापलट के दो साल बाद एक नई नागरिक सरकार बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थित योजना पर असहमति के कारण हिंसा शुरू हो गई।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, सूडान में भारतीयों की संख्या करीब 4,000 है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि आकस्मिक योजनाएं मौजूद हैं लेकिन जमीन पर कोई भी गतिविधि सुरक्षा स्थिति पर निर्भर करेगी, जो खार्तूम में विभिन्न स्थानों पर भयंकर लड़ाई की खबरों के साथ अस्थिर बनी हुई है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “सूडानी हवाई क्षेत्र वर्तमान में सभी विदेशी विमानों के लिए बंद है। ओवरलैंड मूवमेंट में भी जोखिम और तार्किक चुनौतियां हैं।”
विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि, ‘हमारा दूतावास सूडान में फंसे भारतीयों के नियमित संपर्क में है और उन्हें सुरक्षित आवाजाही की व्यवहार्यता और अनावश्यक जोखिम से बचने की सलाह दे रहा है। जब भी सुरक्षा स्थिति सुरक्षित आवाजाही की अनुमति देती है, यह खार्तूम शहर से संभावित निकास सहित हर संभव सहायता का समन्वय भी कर रहा है’।
बता दें कि सूडानी हवाई क्षेत्र वर्तमान में सभी विदेशी विमानों के लिए बंद है। यहां सिर्फ दो अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हैं। एक सूडान की राजधानी खार्तूम में है तो दूसरा पोर्ट सूडान में है। खार्तूम सहित देश में कई जगहों पर भीषण लड़ाई की खबरें हैं। इन एयरस्ट्राइक के बीच यहां से लोगों को एयरलिफ्ट करना मुश्किल है, इसलिए सीजफायर हो जाने का इंतजार किया जा रहा है।