राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने डॉन-राजनेता अतीक अहमद की हत्या को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर परोक्ष रूप से निशाना साधा है। पवार ने कहा कि एक “माहौल बनाया जा रहा है” कि कानून को अपने हाथ में लेना सही काम है। शरद पवार अपनी पार्टी द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में बोल रहे थे।
शरद पवार ने कहा, “देश एक अलग स्थिति में है। राष्ट्र की भलाई के लिए, हमें प्रत्येक घर में एकता का संदेश देना होगा। यह देश संविधान और कानून व्यवस्था से चलता है।”
उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा, “अगर सरकार में बैठे लोग संविधान और कानून-व्यवस्था को एक तरफ रखना चाहते हैं, तो हम गलत दिशा में जाएंगे। अगर किसी ने कुछ गलत किया है, तो कानून को उससे निपटना चाहिए।”
आज बड़ी खुशी का दिन है। जहां हम सब लोग इफ्तार पार्टी के लिए यहां आये है। दिवाली या रमज़ान हो हिंदू, मुसलमान, सिख, इसाई सारे लोग एक जगह आते है और एक दुसरे की प्रति प्रेम जताते है। इसी भावना की देश में सबसे ज़्यादा जरूरत है।
इलेक्शन नजदिक आने के बाद आपस में दंगे कैसे हो इस की… pic.twitter.com/fXS0FnSWyH
— Nationalist Congress Party – Sharadchandra Pawar (@NCPspeaks) April 18, 2023
शरद पवार ने कहा कि एनसीपी कानून व्यवस्था और संविधान के आदर्शों से कभी समझौता नहीं करेगी।
शरद पवार ने कहा- “जब कोई समाज में कुछ गलत करता है, तो कानून में ऐसे व्यक्ति से निपटने के प्रावधान हैं। लेकिन कानून और संविधान का पालन न करके और कानून को अपने हाथ में लेकर… कुछ कदम उठाए जाते हैं, तो ये सही नहीं है। ये करके ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है कि यह करना सही है और यह देश के लिए अच्छा नहीं है”।
#WATCH NCP chief Sharad Pawar says, "A country runs as per the Constitution and law. If ruling forces inculcate the habit of taking steps by ignoring the Constitution and law, we will go down the wrong path…If taking steps by forgetting law & Constitution and by taking law into… pic.twitter.com/l59RI4AhyK
— ANI (@ANI) April 18, 2023
इस कार्यक्रम में अजीत पवार, सांसद सुप्रिया सुले, फौजिया खान, मोहम्मद फैजल, पूर्व मंत्री छगन भुजबल, अनिल देशमुख और जितेंद्र आव्हाड सहित एनसीपी नेताओं ने भाग लिया।
बता दें कि अतीक अहमद और अशरफ को पत्रकारों के रूप में आए तीन लोगों ने शनिवार की रात गोली मार दी थी। जिस समय उनकी ह्त्या हुई तब पुलिस उन्हें प्रयागराज के एक मेडिकल कॉलेज ले जा रही थी। लाइव कैमरे में कैद हुई इस हत्या ने हाई-प्रोफाइल कैदियों के लिए पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। इस हत्या ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर विपक्षी नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया दी है।