बिहार में राजद (राष्ट्रीय जनता दल) ने 2024 के आम चुनावों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में दर्शाते हुए प्रदेश कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगाया। बिहार के मुख्यमंत्री के इस दावे के बावजूद कि वह पीएम बनने के इच्छुक नहीं थे, राजद ने उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में दिखाने वाले पोस्टर के माध्यम से अपनी आकांक्षाएं दिखाईं। हालांकि, बाद में किसी विवाद से बचने के लिए पोस्टर को हटा दिया गया।
ये पोस्टर पटना में पार्टी के कार्यालय के पास लगाया गया था और इसे राजद की राज्य इकाई की महिला शाखा की महासचिव पूनम राय ने लगाया था।
पोस्टर में कुमार को पीएम की कुर्सी पर बैठे देखा जा सकता है। इस पोस्टर में विपक्ष के तमाम बड़े नेता जिसमें तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तमिलनाडु के सीएम स्टालिन, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव घेरे हुए खड़े दिखाई देते हैं। इस तरह पोस्टर में नीतीश कुमार को विपक्ष के बीच सर्वसम्मति से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में दिखाया गया।
ये जानना जरूरी है कि ये पोस्टर तब लगाया गया जबकि नीतीश कुमार खुद बार-बार कह चुके हैं कि उन्हें प्रधानमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है। इसके बावजूद भी आरजेडी के तरफ से उन्हें पीएम उम्मीदवार के तौर पर पेश किया गया। इस पोस्टर के जरिए नीतीश कुमार को विपक्षी दलों के साझा सहमति से पीएम उम्मीदवार के तौर पर दिखाने की कोशिश की गई।
उल्लेखनीय है कि पार्टी कार्यालय के बाहर कोई भी पोस्टर लगाने से पहले राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की अनुमति आवश्यक है। लेकिन ऐसा लगता है कि पोस्टर की अनुमति नहीं थी और विवाद शुरू होने से पहले इसे हटा दिया गया।