देश में इन्फ्लूएंजा के मामलों में वृद्धि और पिछले कुछ हफ्तों में कोविड-19 के मामलों में तेजी के बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में तैयारियों का आकलन करने के लिए एक मॉक ड्रिल की जाएगी। भूषण ने कहा, हम सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में उनकी व्यक्तिगत कोविड तैयारियों का आकलन करने के लिए नए सिरे से मॉक ड्रिल करवाएंगे। इससे पहले 27 दिसंबर को देश भर के अस्पतालों में कोविड तैयारियों का परीक्षण करने के लिए एक मॉक ड्रिल आयोजित की गई थी। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने आगे बताया कि भारत में अभी वैश्विक कोविड मामलों का केवल 1 प्रतिशत केस है। बीते 24 घंटे में कोरोना के 1,590 नए मरीज मिले हैं। ये संख्या 146 दिनों में सबसे ज्यादा है। भारत में अब कोविड के सक्रिय मामलों की संख्या 8601 हो गई है।
इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय अलर्ट मोड पर आ गया है। मंत्रालय ने कोरोना को लेकर जॉइंट एडवाइजरी जारी की है। बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए सावधानी बरतने की अपील की है। लोगों को हाथ साफ रखने और सांस लेने में दिक्कत जैसी अन्य सावधानियों को लेकर जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि, ‘फरवरी के दूसरे सप्ताह में हमने औसतन लगभग 108 दैनिक मामले दर्ज किए थे। लेकिन औसत दैनिक गिनती तब से 966 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से राज्यों को निर्देश दिए गए हैं कि वह 10 और 11 अप्रैल को कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए राष्ट्रीय स्तर पर मॉक ड्रिल का आयोजन करें। मॉक ड्रिल में आईसीयू बेड, मेडिकल इक्विपमेंट्स, ऑक्सीजन और मेन पावर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में जिन आठ राज्यों में सबसे अधिक कोविड मामले दर्ज किए जा रहे हैं, वे हैं महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान। भूषण ने कहा, “मैंने व्यक्तिगत रूप से इन राज्यों को 16 मार्च को उन कदमों के बारे में लिखा था, जिन्हें उठाए जाने की जरूरत है।”
उन्होंने कहा कि, “अभी तक अस्पताल में भर्ती होने का कोई सबूत नहीं मिला है। हालांकि, एहतियाती खुराक को बढ़ाया जाना चाहिए। प्रयोगशाला निगरानी और सभी गंभीर तीव्र श्वसन (SARI) मामलों का परीक्षण करने की भी आवश्यकता है।”
उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, चीन दक्षिण कोरिया और फ्रांस वर्तमान में वैश्विक कोविड वृद्धि में आगे हैं।
बता दें कि इससे पहले, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) ने सभी राज्यों को सलाह दी थी कि वे कोविड-19 मामलों में वृद्धि के बीच टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार की 5-गुना रणनीति पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखें। मंत्रालय ने राज्यों से इन्फ्लुएंजा और कोविड-19 मामलों के उपचार के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं पर प्रमुख दवाओं और रसद की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है। राज्यों को इस वायरल उछाल से निपटने के लिए पर्याप्त बेड और स्वास्थ्य कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।