ललित कला विभाग,महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी एमएफए (चित्रकला) प्रथम वर्ष की छात्रा सुश्री अंकिता वर्मा द्वारा राम लिखें 25001 चावल के दाने पर देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र दामोदरदास मोदी का पोट्रेट चित्रों का अवलोकन ललित कला विभाग के कला दीर्घा में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी ने किया इस अवसर पर संस्था द्वारा चित्रकार अंकिता वर्मा को वर्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया दर्ज सम्मान से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में सुश्री अंकिता वर्मा ने इस चित्र को बनाने में 3 दिन और 16 घंटे काम किया है, लेकिन उसको पूरा करने में 6 महीने तक लगी रही। उसी का परिणाम है, कि आज संस्था द्वारा अंकिता को वर्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया में जगह मिली है। इस अवसर पर संस्था के संयोजक ने वर्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया के लिए अंकिता की प्रतिभा को चुना और इन्हें सम्मानित करने के लिए योजना बनायी। इस कार्यक्रम की पिछले 3 महीनों से तैयारी चल रही थी। अब जाकर संजोग बना और प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी के सहयोग से यह कार्यक्रम संपन्न हुआ। चित्रकार अंकिता वर्मा मूल रूप से बड़ागांव मखदुमपुर गाजीपुर की निवासी हैं। अंकिता के पिता अरविंद कुमार एवं दादा अध्यापक हैं। अपने दादा शिवप्रसाद राम के विचार से प्रेरणा लेकर आज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने में सफल रही हैं।
अंकिता वर्मा द्वारा 25001 “राम” नाम अंकित चावल से बनायी प्रधानमंत्री का चित्र वर्ल्ड रिकार्ड्स इंडिया में दर्ज किया गया है। नरेंद्र दामोदर दास मोदी का पोट्रेट चित्र एवं कलाकार अंकिता वर्मा को “वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया” के तरफ से काशी के चार -चार बार गिनीज़ रिकॉर्ड धारी एवं महात्मागांधी विश्वशांति पुरस्कार विजेता एवं अंकिता के मार्गदर्शक डॉ जगदीश पिल्लई द्वारा सर्टिफिकेट एवं मैडल दे के किया गया।
इस अवसर पर “ईज़ी हेल्प” एवं “प्राइड ऑफ इंडिया” संस्था के तरफ से कोमल सिंह एवं विवेक सिंह द्वारा
अंकिता को “प्रेरणा स्तंभ” से सम्मानित किया गया।
महात्मागांधी काशी विद्यापीठ के पूर्व छात्रा, वर्तमान में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से वैदिक विज्ञान में अध्ययन कर रही लेखिका एवं गिनीज़ रिकॉर्ड धारी नेहा सिंह ने भी अंकिता वर्मा को मोमेंटो से उत्साहवर्धन स्वरूप सम्मानित किया। समाजसेवी गीता कुमारी भी अंकिता को सम्मानित किया गया। अंकिता वर्मा ने पिछले साल ही सात महीने की कड़ी मेहनत से एक एक चावल में “राम” नाम अंकित कर चावल तैयार किया गया और धीरे धीरे बहुत बारिकि से प्रधानमंत्री का चित्र तैयार किया। विश्वविद्यालय में परीक्षा एवं चुनाव के कारण विमोचन का इंतज़ार लंबा हुआ खींच गया।
अंकिता कहती है कि वह माननीय प्रधानमंत्री मंत्री द्वारा चलाया जा रहे “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” अभियान एवं उनके अन्य कार्य शैली से बहुत प्रभावित थी। मोदी के सम्मान में अपने कला के द्वारा कुछ करना चाहती थी जो इस कलाकृति से सम्पन्न हुआ। अंकिता अपने कला के द्वारा रचनात्मक कार्यों से भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने वाला कार्य करना चाहती है। साथ ही गांव के छोटे छोटे बच्चों को मुफ्त में कला का शिक्षा देना चाहती है। इस अवसर पर सर्वश्री संतोष कुमार शर्मा (वित्त अधिकारी) डॉ बेनी माधव, डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा, डॉ शत्रुघ्न प्रसाद, डॉ शारदा सिंह, अर्चना, जयप्रकाश, ध्रुव नाथ,शालिनी कश्यप, अर्पिता वीर चौरसिया,डॉ रजनीश पांडे, डॉ, स्नेह लता कुशवाह,सुश्री सुभ्रा बर्मा,आदि लोग उपस्थित रहे।