प्रयागराज: जिले में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती इस बार किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाई गई।कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। ये कार्यक्रम सरकारी विभागों ने आयोजित किए गए। शायद सरकार पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती किसान सम्मान दिवस के रूप में मना कर किसानों को कुछ संदेश देना चाहती हो। याद रहे कि तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान लम्बे समय तक आंदोलनरत थे। वह सरकार से खफा थे।अब कानून वापस हो गये हैं। अब सरकार विभिन्न तरीकों से यूपी चुनाव के पहले किसानों को खुश करना चाहती है। स्व. चौधरी चरण सिंह की जयंती उत्सवपूर्ण मना कर सरकार जाटों को भी हितैषी का संदेश देना चाहती है। चौधरी चरण सिंह के प्रपौत्र जयंत चौधरी ने आगामी विधानसभा चुनाव में सपा से गठबंधन किया है।
इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र नैनी में आयोजित किसान सम्मान दिवस संगोष्ठी में कृषि ,पशुपालन मत्स्य तथा उद्यान विभाग के अधिकारियों , कृषि विज्ञान केंद्र नैनी के वैज्ञानिकों तथा कृषि विश्वविद्यालय नैनी के वैज्ञानिकों द्वारा कृषि के विभिन्न आयामों पर किसानों को उपयोगी जानकारी दी गई। तथा चौधरी चरण सिंह जी के जन्मदिन पर उन्हें याद करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए गये। मुख्य विकास अधिकारी ने इस अवसर पर बताया कि चौधरी चरणसिंह किसानों के सच्चे हितैषी थे और उन्होंने किसानों के शोषण के विरुद्ध लड़ते रहे , उनसे आज के लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए।उप कृषि निदेशक विनोद कुमार शर्मा द्वारा कार्यक्रम में चौधरी चरण सिंह के व्यक्तित्व और उनके कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला और उन्होंने कहा कि किसानों का सम्मान कर के चौधरी साहब को सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है।
उन्होंने यह भी बताया कि आज के दिन प्रत्येक वर्ष चौधरी चरण सिंह जी के जन्मदिवस पर किसान सम्मान दिवस का आयोजन किया जाता है । इस दिवस पर उन किसानों को पुरस्कृत किया जाता है जिन्होंने किसान सम्मान की प्रतियोगिता में भाग लेकर उत्कृष्ट उत्पादकता प्राप्त की।इस पुरस्कार के लिए क्राप कटिंग के लिए गठित समिति के समक्ष आवेदन करने वाले किसानों के खेत पर क्राप कटिंग कराकर परिणाम प्राप्त किए जाते हैं ।उन्होंने बताया कि
जिला मुख्यालय पर 42 प्रगतिशील किसान हुए सम्मानित
जनपद प्रयागराज के कृषकों को आज ही के दिन प्रदेश स्तर पर मुख्यमंत्री द्वारा लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम में पुरस्कृत किया गया है।राम सजीवन ग्राम बरौहा विकास खंड कोरांव को चना की फ़सल में उत्तर प्रदेश में प्रथम तथा गणेश प्रसाद ग्राम बरौहा को ही चने में द्वितीय पुरस्कार के लिए चुना गया था। जिसके लिए उन्हें क्रमशः रुपया 1, लाख तथा 75 हज़ार देकर मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया । इसी प्रकार लाल बहादुर ग्राम चक्करवान, विकासखंड माण्डा को धान की फ़सल में उत्तर प्रदेश में तृतीय स्थान प्राप्त करने के फलस्वरूप उन्हें 50, हज़ार रुपया की नक़द धनराशि अंगवस्त्र तथा प्रशस्ति पत्र मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया।
जनपद स्तर पर कृषि विज्ञान केंद्र नैनी पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी शिपू गिरी द्वारा कार्यक्रम की अध्यक्षता की गई।उन्होंने जनपद के शीर्ष उत्पादकता प्राप्त करने वाले विभिन्न विशिष्ट कृषि कार्यों में लगे कृषकों को सम्मानित किया।पशुपालन विभाग की ओर से डेयरी आदि में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए 8 किसानों को सम्मानित किया गया ।उद्यान विभाग की ओर से भी 8 कृषकों को तथा मत्स्य विभाग की ओर से भी आठ कृषकों को सम्मानित किया गया।
कृषि विज्ञान केन्द्र नैनी द्वारा भी विभिन्न विशिष्ट कार्य करने वाले किसानों में से आठ किसानों जिसमें कामिनी सिंह को स्वयं सहायता समूह संगठन के लिए, सुनीता देवी को स्वयं सहायता समूहों में संगठन की भूमिका के लिए , बीबी फ़ातिमा को मूज क्राफ्ट के लिए ,श्रेया सिंह को मशरूम उत्पादन में उत्कृष्ट कार्य के लिए ,ओमकार नाथ को असिंचित क्षेत्र में तिलहन का बेहतर उत्पादन करने के लिए, त्रिभुवननाथ पटेल को जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिए ,बिजय कुमार सिंह को फ़सल अवशेष प्रबंधन के लिए तथा राहुल सिंह को शूकर पालन द्वारा अतिरिक्त लाभ अर्जित करने के लिए पुरस्कृत किया गया।कृषि विभाग द्वारा विभाग में उत्कृष्ट कर कार्य करने वाले दो कर्मचारियों को भी इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सम्मानित किया गया। इसमें अरुण कुमार शुक्ला को प्रधानमंत्री फ़सल बीमा में सर्वाधिक संख्या में ग़ैर ऋणी कृषकों को बीमा से आच्छादित करने के लिए तथा प्रदीप बाबू प्रभारी बीज भंडार प्रभारी को बीज प्रतिस्थापन में उत्कृष्ट कार्य करने के फलस्वरूप उन्हें अंग वस्त्र एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।