प्रयागराज: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड लखनऊ द्वारा आयोजित की पुलिस सब इंस्पेक्टर व अन्य हेतु 9534 पदों की भर्ती परीक्षा 2020-21 पर भी सवालिया निशान लग रहा है। परीक्षा में धांधली के आरोपों के साथ एक लेकर एक याचिका 23 दिसंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल की गई। याचिका में रिजल्ट पर तत्काल रोक लगाते हुए पुनःपरीक्षा कराए जाने व सी.बी.आई. से उच्च स्तरीय जांच की मांग भी की गई है।अभ्यर्थियों ने पुलिस भर्ती बोर्ड,लखनऊ के द्वारा परीक्षा कराए जाने हेतु टेंडर दिए जाने के बाद मुम्बई की प्राइवेट कम्पनी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज इनफार्मेशन टेक्नोलोजी लिमिटेड पर धांधली के आरोप लगाया है।
परीक्षा सेन्टर के अंदर मोबाइल से फ़ोटो खिंचने की तस्वीर वायरल होने,व वी. एन. सी. ऐप से सेंटर पर उपलब्ध कराए गए कंप्यूटर स्क्रीन को सेंटर से बाहर बैठे गिरोह के द्वारा वर्चुअल नेटवर्क कंप्यूटिंग (वी.एन.सी सिस्टम/ सर्वर) के द्वारा शेयर कर प्रश्नपत्र हल कर हाइ स्कोर प्राप्त करने का भी आरोप है।याची के अधिवक्ता सुनील चौधरी के मुताबिक याचिकाकर्ताओं का आरोप है कि अभ्यर्थी मेरठ के कुमार ने अक्टूबर 2021 महीने में प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) में 100 में से 18 नम्बर मिलना और उसके बाद वर्तमान सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में 160 में 131 नम्बर (हाई स्कोर ) प्राप्त करना सवालों के घेरे में है। इस अभ्यर्थी ने 13 प्रश्न छोड़ दिये जबकि नेगेटिव मार्किंग नही थी।इसी प्रकार प्रतीक आगरा के पीईटी में 37.50 और सब इंस्पेक्टर भर्ती में 155 नम्बर मिलना सवालों के घेरे में है। इसके अलावा आगरा के ही शर्मा 154 नंबर के अलावा मेरठ के एक छात्र के 153 नंबर वा ,विवेक मेरठ 153 नंबर हाई स्कोर नम्बर प्राप्त किया है जो कि सवालों के घेरे में है, जाँच की मांग की गई है।
विनीत चहल और अन्य 15 लोगों की ओर से याचिका दायर
विनीत चहल व अन्य की ओर से उत्तर प्रदेश सरकार के शासकीय अधिवक्ता को नोटिस कर इलाहाबाद हाइकोर्ट के अधिवक्ता सुनील चौधरी ने याचिका दाखिल की है।याचिका में अधिवक्ता सुनील चौधरी ने बताया कि मुंबई की प्राइवेट कंपनी एनएसआईटी लिमिटेड पर परीक्षा में सॉल्वर गैंग के द्वारा हाई स्कोर प्राप्त कर नौकरी दिला कर धांधली के आरोप लगने पर मध्यप्रदेश में 16 दिसम्बर 2021 में ब्लैक लिस्ट कर ,परीक्षा को पुनःकराए जाने की भी संस्तुति कर दी है। और प्रोफेशनल एग्जाम बोर्ड,भोपाल की ओर से कंपनी पर 3 करोड़ रुपये तक जुर्माना लगाने पर कार्यवाही की जा रही है। वहीं उत्तराखण्ड में भी इसी कंपनी के विरुद्ध अन्य परीक्षा में धांधली को लेकर पुनः परीक्षा कराए जाने पर नैनीताल हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी, तब कंपनी के ब्लैक लिस्ट न होने पर याचिका नैनीताल हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थी।उन्होंने कहा कि एस आई भर्ती के लिए 9534 पदों पर लगभग 15 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दिया है।