प्रयागराज, पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरु गोविंद सिंह की जयंती के मौके पर कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर किसानों को बड़ी सौगात दी है। कृषि सुधार कानूनों को वापस लिए जाने के फैसले से किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई है। संगम नगरी प्रयागराज में कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने की खबर मिलते ही किसानों घरों से बाहर निकल आए। किसानों ने ढोल नगाड़े के साथ झलवा चौराहे पर जमकर जश्न मनाया।
इस मौके पर किसानों ने आतिशबाजी के साथ जमकर नारेबाजी की और कृषि कानूनों को वापस ले जाने को किसानों के आंदोलन की जीत बताया। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष अनुज सिंह ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के पीएम मोदी के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि संसद सत्र शुरू होने पर कृषि सुधार कानूनों को वापस ले लिये जाने पर ही किसान इसे पूरी तरह से खत्म मानेंगे।
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष अनुज सिंह ने कहा है कि के सरकार का फैसला देर आए लेकिन दुरुस्त आए का है। वहीं इसके सियासी फायदे और नुकसान को लेकर किसानों ने कहा है कि विधानसभा चुनाव में वे अपनी मर्जी से जिसे चाहे उसे वोट करेंगे।
इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि मुझे अभी पीएम मोदी पर विश्वास नहीं है।उन्होंने 15-15 लाख रुपये देने का भी ऐलान किया था। आंदोलन का चेहरा बने बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ट्वीट करके कहा कि अभी आंदोलन खत्म नहीं होगा। उन्होंने कहा, ‘आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा ।