पंजाब: लगभग 1 साल से ज्यादा समय से काले कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने होशियारपुर शहर में पांच सिनेमाघरों में अक्षय कुमार की फिल्म ‘सूर्यवंशी’ को दिखाए जाने से रोक दिया। किसानों केंद्र सरकार से नाराज है।
PTI के हवाले से प्रदर्शनकारियों ने सिनेमाघर के बाहर लगे ‘सूर्यवंशी’ के पोस्टर फाड़ डाले।
इन प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार का इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने उनके विरोध का समर्थन नहीं किया था।
भारतीय किसान यूनियन (कादियान) के कार्यकर्ता संगठन की ज़िला इकाई के अध्यक्ष स्वर्ण धुग्गा की अगुवाई में ये प्रदर्शन कर रहे थे। संगठन के लोगों ने शहर के शहीद उधम सिंह पार्क से स्वर्ण सिनेमा तक फ़िल्म ‘सूर्यवंशी’ के विरोध में मार्च भी किया।
उन लोगों ने सिनेमाघर मालिकों को फ़िल्म दिखाने से रोक दिया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे फ़िल्म दिखाने की इजाजत तब तक नहीं देंगे जब तक कि कृषि क़ानूनों को वापस नहीं ले लिया जाता है।
पिछले साल नवंबर से सैकड़ों किसान दिल्ली बोर्डर पर इन कृषि क़ानूनों को वापस लिए जाने की मांग लेकर धरने पर बैठे हैं। उनका दावा है कि ये कृषि क़ानूनों उन्हें कॉरपोरेट के हवाले करने की तैयारी है। पूंजीवाद की भेंट वो नहीं चढ़ना चाहते।
किसानों के द्वारा कृषि उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की क़ानूनी गारंटी की भी मांग की गई है। दूसरी तरफ़ किसान संगठनों के साथ इस गतिरोध को तोड़ने के लिए 11 दौर की बातचीत कर चुकी केंद्र सरकार इस बात पर कायम है कि नए कृषि क़ानून किसान समर्थक हैं। एक फ़ोन कॉल की दूरी पर खुद को बताने वाले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रुख भी इसपर स्पष्ट नहीं है। हाड़ मांस को गला देने वाली ठंड में किसान बॉर्डर पर बैठे हैं पर इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं हैं।