अलका लांबा ने केंद्र सरकार को घेरते हुये कहा, नवरात्र के पहले दिन मोदी सरकार ने देश की महिलाओं और जनता को जो तोहफा दिया है उसका जिक्र जरूरी है। रसोई गैस की कीमतों में प्रति सिलेंडर 15 रुपए की वृद्धि।
इस तरह से नवरात्रि के पहले दिन का देश में त्योहारों की शुरुआत होती है। देश किस आर्थिक मंदी से गुजर रहा है – बेरोजगारी, महंगाई सबसे त्रस्त है। सोचा होगा कि नवरात्रि के पहले दिन से उनके कष्ट कटने शुरु हो जाएंगे, उन्हें राहत मिलेगी। देश के करोड़ों गरीब, मध्यम वर्गीय परिवारों पर, जो महंगाई, बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं, लेकिन देश के प्रधानमंत्री को, केन्द्र की मोदी सरकार, भाजपा सरकार को कतई भी इस बात का अहसास ही नहीं हो रहा है कि देश किस दौर से गुजर रहा है।
24 सितंबर, 2021 से अब तक बार- बार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हैं। आज भारत की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 103 रुपए 24 पैसे है, पिछले 10 (27 सितंबर से 7) अक्टूबर तक लगातार दाम रोजाना बढ़ाए हैं। वहीं पर अगर आप डीजल को देखेंगे, तो 23 सितंबर से 7 अक्टूबर तक लगातार दाम बढ़े हैं और आज राजधानी दिल्ली में डीजल के दाम 91 रुपए 77 पैसा है।
आज कच्चे तेल की कीमत 80.75 डॉलर प्रति बैरल है, पर 2013 में 140 डॉलर प्रति बैरल था, तुलना जरूरी है। आज क्या है 7 अक्टूबर, 2021 को, 80.75 प्रति बैरल। अब कौन सा ज्यादा होता है, 140 ज्यादा होता है या 80 ज्यादा होता है? ये बताना बहुत कठिन तो नहीं है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें क्या थी।
एलपीजी गैस सिलेंडर की जो कीमतें अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बढ़ रही हैं, वो 664.27 यूएस डॉलर प्रति मीट्रिक टन है। कांग्रेस के समय में, कांग्रेस के समय 2012 में इंटरनेशनल एफओबी प्राइस जो एलपीजी का था, 2012-13 में 885.2 था। 2013-14 में जब हमने सरकार छोड़ी थी, तो इंटरनेशनल एफओबी प्राइस जो था, वो 880.5 यूएस डॉलर था। आज कितना है, आपकी वेबसाइट बताती है 664 है। अब इनसे पूछिए 800 ज्यादा होता है या 600 ज्यादा होता है। जब 800 डॉलर था, तब एलपीजी के इतने दाम नहीं थे। ये तो रिकॉर्ड ब्रेकिंग दाम हैं। इतिहास उठा कर देखेंगे तो कभी भी इस देश में आजादी के 70 सालों में 100 रुपए पार पेट्रोल नहीं किया है। एलपीजी गैस का सिलेंडर कुछ राज्यों में 1,000 रुपए पार कर रहा है।