होली के गीत गाते गाजीपुर बार्डर पहुंचे बुलंदशहर के किसान
17 मार्च को भारतीय किसान यूनियन की मासिक पंचायत के मौके पर गाजीपुर बार्डर पर शुरू हुआ होली के गीतों का सिलसिला लगातार बरकरार है। आंदोलन स्थल पर अक्सर ढोल की थाप और होली के मौके पर गाए जाने वाले लोकगीत आपको सुनने को मिल जाएंगे। रविवार को बुलंदशहर जनपद के भटौना गांव से दर्जनों ट्रैक्टरों में सवार होकर आंदोलन स्थल पर पहुंचे किसानों ने जमकर गाना बजाना किया। ढोल की थाप पर किसान होली के लोकगीत गा-गाकर झूमते देखे गए। इस दौरान राजेंद्र सिंह,जीतू सिंह व श्री पाल सिंह सहित कई किसान ढ़ोल बजाते हुए प्रतिस्पर्धा करते नजर आए। वहीं कई किसान ढोल और घंटे के बजने के दौरान झूमते रहे
काफी संख्या में पहुंच रही हैं महिलाएं
गर्मी बढने के साथ ही आंदोलन स्थल पर पानी की खपत बढ गई है। लोग लगातार पानी पहुंचाने की सेवा कर रहे हैं। रविवार को भी कुछ समाजसेवी किसान आंदोलन स्थल पर वॉटर कैम्पर लेकर पहुंचे। किसानों ने आंदोलनस्थल स्थित टेंटो में वॉटर कैम्पर वितरित किए। भाकियू की ओर से शमशेर सिंह राणा ने बताया आंदोलन के मंच छात्र और महिला किसानों ने भी संबोधन किया। गर्मी बढ जाने के बाद भी आंदोलन स्थल पर महिलाएं काफी संख्या में पहुंच रही हैं। रविवार को भी किसान क्रमिक अनशन पर रहे। इनमें कश्मीर सिंह, राहुल सिंह, सुभाषी लाल, सुग्रीव सिंह, गुरप्रीत सिंह, हरबेल सिंह, योगा सिंह, हरी भाई पटेल, राम रतन, दिशा सिंह, राजकुमार और सतपाल सिंह शामिल रहे। मंच संचालन सरदार मलूक सिंह खिंडा और ओमपाल मलिक ने किया।